आईपीएस अधिकारी अमृता दुहन ने 2017 में पुलिस अकादमी की तीन ट्रॉफी अपने नाम की और देश की बाकी महिलाओं के लिए मिसाल कायम की. वह एक पुलिस अधिकारी ही नहीं एक डॉक्टर और मां भी हैं. वह हरियाणा के रोहतक की रहने वाली हैं.
अमृता ने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की और वह पैथोलॉजी में एमडी है. बाद में उनका चयन बीपीएस मेडिकल कॉलेज फॉर विमेन में सहायक प्रोफेसर के पद पर हुआ. इसी दौरान उनकी शादी हो गई और उनका एक बेटा भी हुआ. जब अमृता के भाई का आईपीएस के लिए चयन हुआ तो उनके मन में भी सिविल सेवा परीक्षा देने की इच्छा हुई.
उन्होंने परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने बेटे का भी पूरा ध्यान रखती थीं. काफी मेहनत के बाद 2016 में उन्होंने बिना किसी कोचिंग के ही पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. जब राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में अमृता ने ट्रेनिंग शुरू की थी, उस समय वह 33 साल की थी.
अमृता के शरीर को भागदौड़ की बहुत ज्यादा आदत नहीं थी जिस वजह से उन्हें काफी दिक्कतें आई. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. ट्रेनिंग के अंत में उन्हें सर्वश्रेष्ठ आउटडोर प्रोबेशनर और सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड प्रोबेशनर चुना गया. वह फिलहाल जयपुर राजस्थान के पुलिस उपायुक्त डीएसपी यातायात के रूप में तैनात हैं.
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