शरीफा जिसे अंग्रेजी में कस्टर्ड एप्पल के नाम से भी जाना जाता है और इसका दूसरा नाम सीताफल भी है पोषक तत्व के भंडार और स्वाद में मिठास से भरा होता है। देखने में शरीफा हरे रंग का होता है जिस पर भूरे या काले धब्बे पड़े होते हैं। यह फल बहुत ही ठंडा होता है। इसमें अधिक मात्रा में औषधीय गुण विद्यमान होते हैं। शरीफा में विटामिन सी बहुत मात्रा में और सोडियम पोटैशियम सीमित मात्रा में होता है।
शरीफा एक ऐसा फल है जो शरीर के स्वास्थ्य बनाने के साथ-साथ कई बीमारियों के उपचार में भी मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार शरीफा का प्रयोग एक दो नहीं बल्कि बहुत से इलाज के लिए किया जा सकता है। शरीफा में बहुत मात्रा में फाइबर होता है जो कि आपको डायबिटीज की बीमारी हो से बचाने में मदद करती है डायबिटीज के मरीजों को शरीफा खाने की सलाह डॉक्टरों द्वारा दिया जाता है। वहीं दूसरी तरफ इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखता है। आइए जानते हैं शरीफा खाने का सही समय और तरीका एवं इससे होने वाले फायदे।
शरीफा (सीताफल) का इस्तेमाल कैसे करें
शरीफा का सेवन निम्न मात्रा में किया जा सकता है
° शरीफा का चूर्ण बनाकर 1 से 3 ग्राम
° शरीफा का काढ़ा 5 से 30 मिली
° शरीफा का जूस बनाकर भी आप ब्रेकफास्ट के समय पी सकते हैं।
अगर आप शरीफा का प्रयोग करके बहुत अच्छा परिणाम पाना चाहते हैं तो इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह ले लेना चाहिए।
शरीफा खाने का समय
आपको खाने से पहले या बाद में कभी भी शरीफा नहीं खाना चाहिए सुबह ब्रेकफास्ट के साथ खा सकते हैं आप इसे सुबह 11:00 से 5:00 बजे के बीच में खा सकते हैं। इसके अलावा शरीफा खाते समय आपको दूसरे पल को इसके साथ में लाने की जरूरत नहीं है इस के जूस में भी आपको दूसरे फल को नहीं मिलाना चाहिए इससे आपको साइड इफेक्ट हो सकता है और डाइजेशन सिस्टम पर असर पड़ सकता है।
शरीफा के अन्य फायदे
○ अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं और बहुत से उपायों को अजमा चुके हैं तो आपको शरीफा खाना चाहिए यह आपका वजन कम करने में मदद करता है।
○ शरीफा में बहुत मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है जो कि आपके बालों आंखों और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
○ शरीफा में कॉपर और आयरन बहुत मात्रा में होता है जो कि गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
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