यह कहानी है मोहिता शर्मा की, जो दुनिया की बाकी महिलाओं के लिए मिसाल हैं. आईपीएस तक पहुंचने का सफर मोहिता के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था. उन्हें कई सालों तैयारी के बाद सफलता मिली. मोहिता शर्मा हिमाचल के कांगड़ा की रहने वाली है. उनके पिता मारुति कार की फैक्ट्री में काम करते थे, जिस वजह से उनका परिवार दिल्ली जाकर बस गया.
दिल्ली पब्लिक स्कूल से मोहिता की शुरुआती पढ़ाई हुई. मोहिता ने 2012 में इंजीनियरिंग कर ली और इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय किया. हालांकि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता था. इस वजह से शुरुआत में उन्हें बहुत दिक्कत हुई. काफी मशक्कत के बाद उन्होंने सिलेबस का पता लगाया और फिर तैयारी में जुट गई.
उन्होंने नोट्स बनाए और रणनीति के हिसाब से ही पढ़ाई की. शुरुआती 4 प्रयासों में उनके हाथ असफलता लगी. चार प्रयासों में असफल होने के बाद भी मोहिता ने हिम्मत नहीं हारी. मोहिता कौन बनेगा करोड़पति में भी हिस्सा ले चुकी हैं. उन्होंने एक करोड़ की राशि जीती थी. मोहिता ने सात करोड़ के सवाल पर गेम क्विट कर दिया था.
मोहिता को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जम्मू-कश्मीर कैडर दिया गया. उन्होंने इसी साल अप्रैल में जम्मू की एसपी सिटी नॉर्थ का कार्यभार संभाल लिया. हालांकि इसके बाद ही मोहिता कोरोना की चपेट में आ गईं. तो उन्होंने अपने घर को ही कार्यालय में बदल डाला और ऑनलाइन सभी मीटिंग में हिस्सा लिया.
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