शास्त्रों के अनुसार इस तरह से मरने वालों की आत्मा को कभी नहीं मिलती मुक्ति

मृत्यु जीवन का अटल सत्य है जिसने जन्म लिया है उसे एक न एक दिन मरना होता है यह हमारे शास्त्रों में लिखा हुआ है। लेकिन कुछ लोगों की मृत्यु ऐसी स्थिति में हो जाती है जिसके वजह से उनकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिल पाती है और हमेशा उनकी आत्मा बिना मुक्ति के ऐसे ही भटकती रहती और परेशान होते रहती है,तो आज हम ऐसे ही एक मृत्यु आत्महत्या के बारे में बात करेंगे।

आत्महत्या के बाद क्या होता है
इंसान के जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं सुख-दुख उतार-चढ़ाव सही समय, गलत समय यह जीवन के पहलू हैं। जीवन में ऐसे अनेकों समस्या आते हैं जिनमें हम पूरी तरह से हार जाते हैं हमें कुछ भी समस्या का समाधान नहीं मिल पाता है लेकिन जीवन में ऐसी कोई सी भी परेशानी नहीं हो सकती जिसका समाधान ना हो हर समस्या का समाधान होता है लेकिन कुछ लोग इस समस्या का समाधान ढूंढने के बदले इतने ज्यादा परेशान हो जाते हैं कि खुद को खत्म कर लेते हैं। लेकिन लोग भूल जाते हैं कि खुद को खत्म करना समस्या का समाधान नहीं है। आत्महत्या करना सरासर गलत होता है हमारे शास्त्रों में भी इसे सरासर गलत बताया है।

आत्महत्या करके हम इस दुनिया को तो छोड़ कर चले जाते हैं लेकिन यह हमारी प्राकृतिक मौत नहीं होती है जो लोग आत्महत्या करते हैं वह प्रकृति के विपरीत कदम उठाते हैं।

इस संसार में जिसने भी जन्म लिया है उसका मृत्यु तो निश्चित है लेकिन समय से पहले यदि उनकी मृत्यु हो जाती है तो उन्हें मुक्ति कैसे मिल सकती है।

मुक्ति के रास्ते हो जाते हैं बंद
जी हां हमारे शास्त्रों में इसका उल्लेख है कि आत्महत्या के बाद हमारी आत्मा अधर में लटक जाती है ना तो वह स्वर्ग में जा पाती और ना ही वह नरक में जा पाती है और ना ही अपने जीवन को वापस प्राप्त कर सकती है। वह बस सिर्फ भटकते रहती है और तब तक भटकती है जब तक उसकी मृत्यु का जो समय निर्धारित किया गया है वह समय नहीं आ जाता है।

मानव जीवन के सात चरण
मानव जीवन में कुल 7 चरण होते हैं जिन की पूर्ति होने के बाद ही हमें मृत्यु प्राप्त होती है और हर व्यक्ति को इन सात चरण पूरा करने ही होते हैं और यह प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले यदि आप की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में आपकी आत्मा ऐसे ही भटकती रहती है। और आत्महत्या के बाद जब आत्मा भटकती रहती है तो वह आत्मा बार-बार अपने जीवन में वापस आने की ख्वाहिश लालस और अपनी ख्वाहिशों के अधूरे पन के दुख के कष्टों में रहती है,और इस वजह से वह अपने परिजनों अपने दोस्त, जान पहचान वालों को भी बहुत परेशान करती है।

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