
यूपीएससी परीक्षा बहुत मुश्किल होती है. लेकिन जो लोग बड़ा अधिकारी बनने का सपना देखते हैं उन्हें यह कठिन परीक्षा पास करनी ही पड़ती है. आज हम आपको आईएएस अधिकारी प्रतिभा वर्मा के बारे में बता रहे हैं जिनकी मां उषा वर्मा और पिता सुदंश वर्मा दोनों ही शिक्षक हैं. उषा वर्मा एक स्कूल में प्राइमरी टीचर है, जबकि उनके पिता हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाते हैं.
प्रतिभा शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी तेज थीं. उन्होंने आईआईटी की तैयारी शुरू कर दी और उनका दिल्ली आईआईटी में चयन भी हो गया. दिल्ली आईआईटी से प्रतिभा ने बीटेक की, जिसके बाद 2 साल तक उन्होंने प्राइवेट कंपनी में नौकरी की. इसी दौरान वह महिला सशक्तिकरण संस्था से जुड़ गई. उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें अपना करियर इसी क्षेत्र में बनाना चाहिए.
उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए यूपीएससी परीक्षा देने की ठान ली. प्रतिभा ने 2017 में जब पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी थी तो वह उसमें पास नहीं हो पाई थी. इसके बाद जब उन्होंने दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी तो उन्हें 489वीं रैंक मिली और उनका चयन आईआरएस अधिकारी के पद पर हुआ.
कुछ समय तक उन्होंने नागपुर में आयकर आयुक्त के रूप में काम किया. लेकिन उनका लक्ष्य आईएएस अधिकारी बनने का था. 2019 में प्रतिभा ने तीसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी और उन्हें तीसरी रैंक हासिल हुई, जिसके बाद उनका आईएएस अधिकारी के पद पर चयन हो गया.
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