अगर अपनी मंजिल को पाने के लिए सच्ची लगन से प्रयास किए जाएं तो सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकता. कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि परीक्षा में एक दो बार असफल होने के बाद परीक्षार्थी निराश हो जाते हैं और अपने सपने को भूल जाते हैं. लेकिन आज हम आपको डॉक्टर विशाखा भड़ाने की कहानी बता रहे हैं जिन्होंने 2018 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और आईपीएस अधिकारी बन गई.
विशाखा नासिक की रहने वाली हैं. उनके पिता अशोक भड़ाने एक छोटे से स्कूल में चपरासी की नौकरी करते थे. वह अपने घर में सबसे छोटी थी. हालांकि उनका परिवार बहुत गरीब था. इस वजह से उनको भी काम करना पड़ता था. विशाखा की मां ने अपने घर का खर्च चलाने के लिए एक छोटी सी दुकान खोल ली.
विशाखा के माता-पिता अपने सभी बच्चों को पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे. विशाखा जब 18 साल की थी तभी उनकी मां की बीमारी की वजह से मौत हो गई. कम उम्र में विशाखा के ऊपर की सारी जिम्मेदारी आ गई. उन्होंने सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया.
वह पढ़ाई में बहुत होशियार थीं. विशाखा और उनके भाई ने सरकारी आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस में दाखिला लेने के लिए परीक्षा दी, जिसमें दोनों पास हो गए. डॉक्टर बनने के बाद विशाखा ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. पहले प्रयास में तो वे असफल हो गई. लेकिन जब उन्होंने दूसरी बार 2018 में यूपीएससी परीक्षा दी तो उनको सफलता मिल गई और वह आईपीएस अधिकारी बन गई.
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