कृषि में कई बार नुकसान होता है. लेकिन फायदा भी तीन से चार गुना होता है. यही वजह है कि अब युवा आराम की नौकरी छोड़कर गांव का रुख कर रहे हैं और खेती में करियर बना रहे हैं. ऐसी ही कहानी है पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में रहने वाले सुब्रत घोष की, जो 70 हजार रुपये की नौकरी कर रहे थे. वह इंजीनियर थे. लेकिन उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और मुर्गी पालन शुरू कर दिया. आज वह लाखों में कमाई कर रहे हैं.
बचपन से ही सुब्रत को घूमने-फिरने का बहुत शौक था. उन्होंने पढ़ाई पूरी होने से पहले ही पासपोर्ट बनवा लिया. सुब्रत कहते हैं कि नौकरीपेशा लोगों को छुट्टी मांगने पर छुट्टी नहीं मिलती. हमें हर वक्त कंपनी पर निर्भर रहना पड़ता है. इस वजह से उन्होंने खुद का बिजनेस करने की सोची.
सुब्रत ने बताया कि जब मैं नौकरी करता था तो उस समय मेरे पिता फार्म बनाकर सोनाली मुर्गी के बच्चे लाए और उसे बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया. जब मैंने पिता जी से पूछा कि उनकी इससे कितनी कमाई होती है तो उन्होंने बताया कि उन्होंने इसमें 3 महीने में 90 हजार रुपये का मुनाफा कमाया है. सुब्रत ने तभी सोच लिया कि वह भी यही बिजनेस करेंगे.
इसके बाद सुब्रत ने गूगल से सारी जानकारी ली और अपने दोस्तों से भी मदद ली और फिर मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू कर दिया. सुब्रत ने सबसे पहले एक छोटी हैचिंग मशीन बना ली. अच्छा रिजल्ट मिलने पर उन्होंने दूसरी थोड़ी बड़ी मशीन बनाई, जिसका परिणाम बेहतर हुआ. सुब्रत अब खुद मशीन बनाते हैं और दूसरे राज्यों में भी सप्लाई करते हैं, जिससे उनकी सालाना लाखों रुपए की कमाई होती है.
Leave a Reply