हमारे देश में बेटियों को आज भी बेटों से कम तवज्जो दी जाती है. लेकिन बेटियां किसी भी मामले में बेटों से पीछे नहीं रह गई हैं. हाल ही में ऐसा ही एक ताजा उदाहरण सामने आया है. एक गरीब किसान की तीनों ही बेटियां सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हो गई और अपने पिता का नाम देश भर में रोशन किया.
यह कहानी है रोहतक के रहने वाले किसान प्रताप सिंह देशवाल की, जिनकी तीनों बेटियों ने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए इस बड़ी उपलब्धि को हासिल किया. इनमें से प्रताप सिंह की दो सगी बेटियां हैं और एक कजिन सिस्टर है. प्रताप सिंह मूल रूप से झज्जर के रहने वाले हैं.
प्रताप सिंह खेती-बाड़ी करते हैं. उन्होंने खूब मेहनत कर अपनी बेटियों को पढ़ाया और इस मुकाम तक पहुंचाया. प्रताप किसान की तीनों बेटियों को अलग-अलग जगह नियुक्ति हुई. एक बेटी प्रीति देशवाल को तमिलनाडु के वेलिंगटन में, दूसरी बेटी दीप्ति को यूपी के आगरा में और तीसरी बेटी ममता की नियुक्ति उत्तराखंड के रानीखेत में हुई.
अपनी बेटियों की उपलब्धि पर पिता को बहुत गर्व महसूस होता है. जब पहली बार बेटियों ने अपने पिता को अपने सपने के बारे में बताया था तो उन्हें अजीब लगा था. लेकिन फिर उन्होंने जानकार लोगों से सलाह ली और अपनी बेटियों को पढ़ाने का निर्णय लिया.
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