हमारी गौरवशाली परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है पेड़ पौधे लगाना और उसकी रक्षा करना कुछ पेड़ धार्मिक नजरिये से भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। हमारे पुराणों और शास्त्रों में भी हमें बहुत से पेड़ पौधों की पूजा अर्चना करने के बारे में बताया गया है। हमारे धर्म में पेड़ पौधे की पूजा करने से बहुत लाभ प्राप्त होता है। पुराणों के अनुसार कुछ पेड़-पौधों को धार्मिक वृक्षों का दर्जा दिया गया है इन वृक्षों के चमत्कारी लाभ और देवी-देवताओं का निवास होने की वजह से इन्हें पूजनीय माना गया है। इन्हीं वृक्षों में एक है शमी का पेड़।
ऐसा माना जाता है कि शमी का पेड़ लगाने से आपके पूरे परिवार पर देवी-देवताओं की असीम कृपा प्राप्त होती है। घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और घर में सकारात्मक वातावरण बना रहता है। भगवान शिव को शमी के फूल अति प्रिय होता है, इसलिए शिवजी की पूजा के वक्त शमी का फूल अर्पित किया जाता है। जिससे भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं और आपकी संकटों को दूर करने में शमी का पेड़ बहुत सहायता करता है।
शनि के प्रकोप को भी दूर करता है, यह घर के वास्तु दोष को भी दूर करता है, ऐसा माना जाता है कि शमी के वृक्ष से एक कथा बहुत प्रचलित है कि जब श्रीराम ने लंका पर आक्रमण किया था उससे पहले श्री राम जी ने शमी के वृक्ष की पूजा अर्चना की थी और अपने विजय होने के लिए उस से प्रार्थना की थी। साथ ही नवरात्र में भी मां दुर्गा का पूजन मे शमी के पत्तों से करने का विधान है। गणेश जी और शनिदेव दोनों को ही शमी का पेड़ बहुत प्रिय है।
शमी के पौधे का विशेष महत्व है लेकिन हमें अक्सर या बात नहीं पता होती है कि शमी के पौधे को कब और कहां स्थापित करें और इस की पूजा-अर्चना कैसे करें तो आज इस आर्टिकल में हम आपको यही बताने जा रहे हैं—-
शमी के पौधे को लगाने का शुभ मुहूर्त
■घर में शमी का पौधा लगाना और उसको रोजाना जल चढ़ाना और दीप जलाना, इसकी पूजा अर्चना करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, और शमी के पौधे को लगाने के लिए सबसे उत्तम दिन विजयादशमी का दिन होता है और शनिवार के दिन भी इस पौधे को लगाया जा सकता है।
कहां करें शमी के पौधे की स्थापना
शमी के पौधे का पूजा अर्चना करना बहुत शुभ फल देता है ऐसे में इसकी स्थापना कहां करें यह जाना बहुत जरूरी है। शमी के वृक्ष को घर के ईशान कोण मतलब की पूर्व उत्तर दिशा में लगाना सबसे शुभ होता है। इसमें प्राकृतिक तौर पर अग्नि तत्व पाया जाता है इसलिए यह बहुत से लाभ देता है, साथ ही इस पौधे को घर में गमले में या भूमि पर मुख्य द्वार के निकट लगाना चाहिए,, बस ध्यान रखें कि जब आप घर से बाहर जा रहे हो तो यह आपके दाएं हाथ की ओर पडना चाहिए। इसे मुख्य द्वार के आसपास लगाना सबसे उत्तम माना जाता है बस इस बात का ध्यान रखें कि शमी का पौधा यदि आपके घर पर है तो कभी भी यह सूखे ना।
शमी के पौधे होते हैं चमत्कारी
■शमी के कांटो का प्रयोग तंत्र मंत्र बाद और नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने के लिए किया जाता है।
■शमी के फूल पत्ते जड़े टहनी और रस का प्रयोग शनी संबंधित दोषों को दूर करने के लिए किया जाता है।
■आयुर्वेद के अनुसार भी शमी के वृक्ष का प्रयोग गुणकारी औषधि के रूप में किया जाता है।
■पुराणों के अनुसार शमी के वृक्ष का वर्णन देखने को मिलता है मान्यता है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद श्री राम जी ने शमी के पेड़ की पूजा अर्चना की थी।
■हर शनिवार शमी के पत्ते शनिदेव को चढ़ाने से शनि का दोष कम होता है।
किस तरह की जाती है शमी के वृक्ष की पूजा
शमी के पौधे की पूजा कर अर्चना करने के लिए आसान तरीके-
■रोजाना सुबह स्नान करने के बाद शमी के पौधे को जल चढ़ाएं।
■शनिवार के दिन शनि शमी के पौधे में दीपक जलाएं इससे आपको शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
■शिवजी को शमी के पौधे का पत्ता चढ़ाने से यह बहुत शुभ होता है।
■पूजा-पाठ और धार्मिक अवसरों में शमी के पौधे का विशेष महत्व होता है। इसे आप अपने पूजा पाठ में जरूर शामिल करें।
■यदि आप किसी अच्छे काम के लिए जा रहे हैं तो इस पौधे का दर्शन कर कर ही निकले।
■इस पौधे की रोज पूजा करने से हर प्रकार से आपकी पीड़ा का नाश होता है।
■इस पेड़ की पूजा करने से आपके घर से वास्तु दोष दूर होता है।
■इस पौधे की पूजा करने से परेशानियां दूर होती है और धन बढ़ोतरी आती।
■अगर शनी के कारण स्वास्थ्य या दुर्घटना की समस्या है तो शमी की लकड़ी को काले धागे में लपेटकर धारण करें।
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