थायराइड के मरीजों को केला खाना चाहिए या नहीं, आइए जानते हैं एक्सपर्ट से

आजकल थायराइड की समस्या बदलते लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से लोगों में आम हो गया है थायराइड पुरूष की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है यह एक ऐसी बीमारी है जिससे जड़ से खत्म करना बहुत ही मुश्किल होता है और इस बीमारी में हमें अपने खानपान में बहुत से परहेज और कंट्रोल करना पड़ता है लेकिन थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करके इसमे होने वाली कई समस्याओं या लक्षणों को आप दूर कर सकते हैं थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने के लिए एलोपैथिक दवाइयों का सेवन किया जाता है कई लोग इस हार्मोन को कंट्रोल में रखने के लिए अपनी डाइट में बहुत से बदलाव करते हैं जैसी फल सब्जी आदि।

थायराइड के मरीज केला को लेकर अक्सर कंफ्यूज रहते हैं कि केला उनके लिए फायदेमंद होगा या नुकसानदेह, वैसे देखा जाए तो केला में भरपूर पोषक तत्व होता है इसमें पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम, फाइबर पाया जाता है लेकिन क्या थायराइड में केला का सेवन करना चाहिए इसके लिए हमने बहुत से डाइटिशियन और एक्सपर्ट से जानकारी ली है आइए जानते हैं।

क्या कहना है एक्सपर्ट्स का ?
डॉक्टर संगीता मुटरेजा बताती है कि केला सामान्य व्यक्तियों के लिए बहुत फायदेमंद फल है इसे सुपरफूड भी कहा जाता है इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो कि शरीर को स्वस्थ बनाने में उपयोगी है कि यदि आप थायराइड के मरीज हैं तो केला आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है थायराइड रोगियों को हार्मोंस कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है जबकि केला थायराइड हार्मोन को अनियंत्रित कर सकता है और आपको परेशानी में डाल सकता है इसीलिए थायराइड के मरीजों को जितना हो सके उतना केले से दूर ही रहना चाहिए।

इस कारण से थायराइड रोगियों को केला का सेवन नहीं करना चाहिए
केला थायराइड रोगियों के शरीर में और हार्मोन को बढ़ा सकता है जिससे कि परेशानी पैदा हो सकती है इसीलिए उन्हें केला से दूर रहना चाहिए। केला का तासीर ठंडा और मीठा होता है इसके अलावा पचने में बहुत समय लेता है इसलिए थायराइड रोगियों को इसका सेवन से बचना चाहिए।

वजन बढ़ा सकता है– वैसे तो सभी जानते हैं कि केला एक वजन बढ़ाने वाला फल है इसमें फाइबर बहुत मात्रा में पाया जाता है जो कि थायराइड वाले मरीजों में मेटाबॉलिज्म को अधिकतम कर वजन को बढ़ा सकता है इसीलिए थायराइड के मरीजों को केला का सेवन नहीं करना चाहिए।

धीमा हो सकता है पाचन- थायराइड के मरीजों के केला खाने से पाचन प्रक्रिया धीमा हो सकता है और पेट से जुड़ी परेशानियां हो सकती है दरअसल थायराइड ग्रंथि मनुष्य द्वारा खाए जाने वाले भोजन से ऊर्जा प्राप्त करती है लेकिन जब थायराइड की बीमारी होती है तब वह ऊर्जा इस्तेमाल नहीं कर पाता, केला में अधिक मात्रा में फ्री फाइबर पाया जाता है जो कि आपके पाचन को और भी धीमा कर सकता है।

कफ की समस्या होगी– थायराइड के मरीजों को यह ध्यान रखना होता है की कफ की समस्या ना हो क्योंकि थायराइड को कप डिसऑर्डर भी माना जाता है शरीर में कफ होने से थायराइड बढ़ सकता है ऐसे में केला खाना आपके शरीर में कफ बढ़ा सकता है और समस्या पैदा कर सकता है।

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