हिमाचल के कांगड़ा के पालमपुर की बेटी शिवानी कश्य ने यह साबित कर दिया कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं. शिवानी कश्यप के माता-पिता उनकी कामयाबी से बहुत खुश हैं. शिवानी ने मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में लेफ्टिनेंट का पद हासिल कर पहला स्थान पाकर गोल्ड मेडल भी जीता है. वह पालमपुर के भरमात की रहने वाली हैं और उन्हें आर्मी कमांडर ने गोल्ड मेडल ट्रॉफी और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया.
शिवानी कश्यप अपनी सफलता का श्रेय दादा कैप्टन हरनाम सिंह और दादी प्रेमी देवी को दिया, जिनसे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली. शिवानी के पिता राजेंद्र सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं. उनकी मां एक हाउसवाइफ है. शिवानी ने 10वीं तक की पढ़ाई राजकीय आदर्श उच्च विद्यालय चंडीगढ़ से की.
दसवीं में उन्होंने 92% अंक प्राप्त किए थे, जिसके बाद वह मेडिकल की पढ़ाई करने राजकीय आदर्श उच्च विद्यालय चंडीगढ़ में गई. 2016 में उनका चयन केएफएमसी सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज में मिलिट्री नर्सिंग सर्विसेज कोलकाता के लिए हुआ. उन्होंने साढ़े साल तक ट्रेनिंग की और गोल्ड मेडल हासिल किया और उन्हें लेफ्टिनेंट का पद मिला. वह अपनी सेवाएं कमांड अस्पताल कोलकाता में ही देंगी.
Leave a Reply