भगवान की पूजा करते समय न अर्पित करें ये फूल, रुष्ट हो जाते है भगवान

हिंदू धर्म और सनातन धर्म में अनेकों देवी देवता की पूजा का अपना एक अलग-अलग महत्व है। हर हिंदू घर में पूजा अर्चना अवश्य की जाती है, मंदिर अवश्य बनाए जाते हैं। इसके साथ ही साथ भारतवर्ष में अनेकों हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की मंदिर उपस्थित है। सभी मंदिरों के अपना एक अलग महत्व है इसके अलावा वास्तु शास्त्र भी हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व रखता है और हमारे जीवन में शुभ अशुभ बातों से हमें अवगत कराता है। वास्तुशास्त्र में हर चीज को सही दिशा और सही जगह पर रखने से ही लाभ प्राप्त होता है, घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है, वास्तु शास्त्र में केवल घर के आर्किटेक्चर के संबंध में जानकारी नहीं होती, वास्तु शास्त्र मे पूजा पाठ के बारे में भी पूरा उल्लेख किया गया है।

वास्तु के अनुसार पूजा पाठ में कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। यदि हम इनका पालन करते हैं तो भगवान हमसे प्रसन्न हो जाते हैं और यदि हमसे कोई गलती हो जाती है, जाने अनजाने में कोई भूल हो जाती है तो इससे भगवान हमसे रूस्ट भी हो सकते हैं। ऐसे में हम सब अच्छी तरह से जानते हैं कि हिंदू धर्म में देवी देवताओं की पूजा पाठ में फूलों का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। फूल अर्पित किए बिना किसी भी पूजा को पूर्ण नहीं माना जाता है। ऐसे में सभी देवी देवताओं को अलग-अलग तरह के फूल चढ़ाए जाते हैं इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मां भगवती को कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए और ऐसे कौन से फूल है जो मां भगवती को चढ़ाने से वह आपसे नाराज हो सकती है, तो जानिए इसके बारे में। साथ ही जाने अन्य सभी देवी देवताओं को कौन से फूल चढ़ाना सर्वश्रेष्ठ है और कौन से फूल चढ़ाना गलत है।

मां दुर्गा की पूजा में शामिल करें यह फूल
आमतौर पर हम मां दुर्गा की पूजा हमेशा करते हैं, नवरात्रि में तो 9 दिन मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है। इसके लिए भक्तों व्रत भी रखते हैं और व्रत के साथ ही पूजा अर्चना भी करते हैं। यदि आप मां की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको कुछ विशेष प्रकार के पुष्पों का उपयोग अपनी पूजा में करना चाहिए। वैसे तो हम देवी मां को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के चीज अर्पित करते हैं लेकिन हम फूलों का ध्यान देना भूल जाते हैं। इसलिए मां की पूजा अर्चना में मदार के फूल, गुलाब के फूल, कमल के फूल, पराजित के फूल गेंदे के फूल का इस्तेमाल किया जा सकता है ऐसा माना जाता है कि यह सभ फूल मां को अर्पित करने से मां हमेशा आपसे प्रसन्न रहेंगे।

मां दुर्गा की पूजा में भूलकर भी ना करें इन पुष्पों का इस्तेमाल
मां दुर्गा की पूजा अर्चना में कुछ पुष्पों को अर्पित करना बहुत गलत बताया गया है। मां दुर्गा को यह फूल बिल्कुल पसंद नहीं होते हैं और यदि आप इन फूलों को अर्पित करते हैं तो मां दुर्गा आरती रुष्ट हो सकती है ऐसे फूल जो मुरझाए हुए, उबासी हो, खराब हो ऐसे पुष्पों को मां दुर्गा को चढ़ाने से बचना चाहिए।

सभी देवी देवताओं को पसंद होते हैं यह फूल
■भगवान विष्णु जी को सफेद और पीले रंग के पुष्प बहुत प्रिय होते हैं।
■सूर्य गणपति जी और भैरव देव को लाल रंग के पूछ को बहुत पसंद है।
■ भगवान शंकर को सफेद पुष्प अति प्रिय है इसलिए जब भी किसी भी देवी देवता की पूजा करें तो उनके प्रिय भूल को ही उन्हें चढ़ाए तभी आपको उनकी विशेष कृपा प्राप्त होगी।

भगवानों को भूलकर भी अर्पित ना करें यह चीजें
कुछ ऐसी चीजें होती है जिन्हें देवी देवताओं को अर्पित करना बहुत गलत माना जाता है। ऐसे में भगवान विष्णु को अक्षत यानि चावल भूल कर भी अर्पित नहीं करना चाहिए। यहां तक कि विष्णु जी के व्रत के दौरान इस बात का ध्यान भी हमें रखना चाहिए कि चावल को भूल कर भी ना खाएं, साथ ही मदार धतूरे के फूल भी गलती से इन्हें अर्पित ना करें। वही मां दुर्गा को मदार हरसिंगार, बेल और ना चढ़ाएं चंपा और कमल को छोड़कर किसी भी फूल को काली मां दुर्गा को अर्पित नहीं करना चाहिए। जो फूल और पवित्र स्थानों पर उत्तेजित फूलों की पंखुड़ियां बिक्री हुई होती है, तेज गंध वाले फूल, सूखे हुए फूल, जमीन पर गिरे हुए फूल, भूलकर भी देवी देवताओं को जब किसी देवी-देवताओं का अर्पित नहीं करना चाहिए।

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