भूलकर भी गणेश जी की प्रतिमा को घर के इस हिस्से में ना रखें, नहीं तो होगा आपको आर्थिक नुकसान

हिंदू धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के नाम से जाना जाता है ऐसा माना जाता है कि यह सभी के विघ्न को हर लेते हैं इसलिए इनका नाम विघ्नहर्ता पड़ा। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा प्रथम की जाती है ऐसा माना जाता है कि गणपति जी प्रथम पूजनीय है इसलिए किसी भी शुभ कार्य मांगलिक कार्य की शुरुआत से पहले गणपति जी की पूजा करना सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। जो भी व्यक्ति सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा अर्चना करता है भगवान उसके सारे दुखों को हर लेते हैं साथ ही साथ अपने भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण करते हैं भगवान गणपति जी की पूजा करना बहुत आसान होता है इसके लिए आपको बड़े-बड़े नियम कायदे कानून का पालन नहीं करना पड़ता है। भगवान गणेश अगर आप से प्रसन्न हो गए हैं तो आपके घर में कभी भी दुख नहीं आएगा हमेशा सुख शांति और समृद्धि का वातावरण बना रहेगा घर कि मैं बहुत सी खुशियां आएंगी और आपका जीवन सुखमय व्यतीत होगा ऐसे में गणपति जी की पूजा करने के लिए बुधवार का दिन समर्पित किया गया है वैसे तो हफ्ते के सातों दिन किसी ना किसी देवी देवताओं की पूजा के लिए समर्पित किया ही गया है लेकिन बुधवार का दिन खास तौर पर गणपति जी की पूजा अर्चना करने के लिए समर्पित है। यदि आप गणपति जी की पूजा अर्चना करना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए यदि आप सही तरीके से और बिना गलती के उनकी पूजा-अर्चना करेंगे तो या आपको शुभ फल देगा लेकिन यदि आप इनकी पूजा में कुछ गड़बड़ी करते हैं गलतियां करते हैं तो यह आपको अशुभ परिणाम भी दे सकता है और आपको बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।

आमतौर पर हम अपने घरों में गणपति जी की प्रतिमा हर जगह स्थापित करते हैं। दुकान कार्यालय कार्य क्षेत्र ऑफिस भारत सभी जगह गणपति जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं लेकिन इनकी प्रतिमा स्थापित करते वक्त कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए तो आज इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कुछ बातें बताएंगे जिनका ध्यान यदि आप गणपति जी की प्रतिमा स्थापित करते वक्त रखते हैं तो यह आपको शुभ फल देगा नहीं तो आपको बहुत सी मुसीबतों और नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

अगर करना चाहते हैं गणपति जी की प्रतिमा स्थापित रखें इन बातों का खास ध्यान

अगर आप अपने घर में गणपति जी की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं और उनकी उपासना करना चाहते हैं तो आपको इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि यदि आप नियमित रूप से उनकी पूजा-अर्चना कर सकते हैं तभी आप अपने घर में गणपति जी की मूर्ति स्थापित करें।

किसी भी देवी देवताओं की बड़ी मूर्ति को घर में स्थापित नहीं करना चाहिए यदि आप गणपति जी की मूर्ति घर पर स्थापित करना चाहते हैं तो आप 18 सेंटीमीटर से ज्यादा ऊंची मूर्ति को घर में स्थापित मत करें शास्त्रों में लिखा गया है कि घर पर इस आकार की बड़ी मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए यह आपके लिए अशुभ फल दे सकता है।

गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर यदि आप दीवाल पर लगाना चाहते हैं तो कभी भी ऐसी तस्वीर या प्रतिमा दीवाल पर ना लगा जिसका मुख बाहर जाने वाले दरवाजे की तरफ हो। गणपति जी की प्रतिमा ऐसी लगानी चाहिए जिसका मुंह अंदर की तरफ हो।

गणपति जी की प्रतिमा को स्थापित करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि डाई तरक्की सूट वाली मूर्ति कभी भी भूल कर भी ना खरीदें ऐसा माना जाता है कि गणेश जी के इस स्वरूप की पूजा के बहुत से नियम और निष्ठा का पालन आपको करना पड़ सकता है जो कि आज के दैनिक जीवन में आसान बात नहीं है।

यदि आप गणपति जी की मूर्ति लिविंग रूम में स्थापित करना चाहते हैं तो भूल कर भी आ गलती ना करें कभी भी भगवान गणपति जी की मूर्ति लिविंग रूम में स्थापित नहीं करनी चाहिए घर में सीढ़ी के नीचे के स्थान पर भी भूल कर पूजा कक्ष नहीं बनाना चाहिए और ना ही ऐसी जगह पर भगवान गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मी जी को गणेश के दाहिनी ओर रखें मां लक्ष्मी आदि शक्ति है जो भगवान गणेश की मां है इसलिए भूल कर भी भाई और लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित ना करें।

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