लालटेन से की पढ़ाई, 10वी में मिले केवल 44.5 प्रतिशत, फिर भी मेहनत करके अविनाश बना IAS अधिकारी

2019 बैच के आईएएस अधिकारी अविनाश शरण उन युवाओं के लिए मिसाल है जो आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं. दसवीं में अविनाश को केवल 44.5 फ़ीसदी अंक ही हासिल हुए थे. फिर भी उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखा और अपने सपने को पूरा भी किया. स्कूली दिनों से ही उन्होंने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी थी.

12वीं की परीक्षा में उन्हें 65% अंक मिले. जबकि उन्होंने ग्रेजुएशन में 60.7 फ़ीसदी अंक प्राप्त किए. अविनाश जब यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे तो इस दौरान उन्हें तमाम परेशानियां झेलनी पड़ी. अविनाश ने एक इंटरव्यू में खुद बताया था कि उनका जीवन बचपन से ही संघर्षों से भरा रहा. उनके घर में बिजली नहीं होती थी, जिस वजह से वह लालटेन की रोशनी में पढ़ते थे.

लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. अपनी हिम्मत को टूटने नहीं दिया. आखिरकार उनकी मेहनत का ही नतीजा हुआ, जो यूपीएससी परीक्षा में वह 77वीं रैंक लाने में कामयाब रहे. अविनाश के आईएएस अधिकारी बनने से उनके परिवार का नाम रोशन हो गया.

अविनाश को उनके सराहनीय कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सम्मानित किया था. 2017 में अविनाश ने एक सरकारी स्कूल में अपनी बेटी वेदिका का दाखिला करवाया था. उनकी पत्नी की डिलीवरी भी एक सरकारी अस्पताल में ही हुई थी. सोशल मीडिया पर भी अविनाश काफी पॉपुलर है.

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