आज हम आपको डॉ. वी. नारायणन के बारे में बता रहे हैं, जो बच्चों के स्पेशलिस्ट हैं और वह आदिवासी समाज के लोगों का इलाज केवल ₹10 लेकर करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोल्लम डॉ. नारायणन 2002 से अगाली, अट्टापदी, केरल में स्थानीय मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
लोग उन्हें 10 रुपये वाला डॉक्टर कहते हैं. उनकी कोशिशों की वजह से ही स्वामी विवेकानंद मेडिकल मिशन अस्पताल की स्थापना हुई. इस अस्पताल को भी लोग 10 रुपये वाला अस्पताल कहते हैं. लोग बताते हैं कि डॉक्टर साहब केवल 10 रुपये की फीस लेते हैं और कई बार तो वह दवाइयां भी मुफ्त में देते हैं.
स्वामी विवेकानंद मेडिकल मिशन अस्पताल 5 जून 2006 को बनकर तैयार हो गया था. डॉक्टर नारायणन और उनकी टीम ने आदिवासियों के बीच एक कम्युनिटी नेटवर्क बनाया. डॉ नारायणन की टीम हेल्थ मरीजों की पहचान करती है और उनका इलाज भी करती है.
डॉ नारायणन के संघर्षों की वजह से ही आज आदिवासी लोगों के जीवन में भी बहुत सुधार आ रहा है. डॉक्टर नारायणन इन लोगों के जीवन को और बेहतर बनाने के लिए भी काम कर रहे हैं. हर कोई उनके बारे में जानकारी उनकी तारीफ ही करता है.
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