सनातन धर्म में पूजा पाठ का एक विशेष महत्व है। हर घर में नियमित तौर पर पूजा-पाठ होता है साथ ही साथ बड़े बड़े आयोजन भी किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि किसी भी पूजा का फल हमें तभी प्राप्त होता है जब आप अपनी पूजा पूरी विधि-विधान, पूरी श्रद्धा भक्ति के साथ करेंगे। सिर्फ आप भगवान की आरती और पूजा करते हैं यह काफी नहीं होता है हिंदू धर्म में भगवान को भोग लगाने की भी परंपरा है। किसी भी मांगलिक कार्य शुभ कार्य के दौरान भगवान को अवश्य रूप से प्रसाद चढ़ाया जाता है। इसके साथ भी किसी भी पूजा या उपवास के दौरान भी भगवान को भोग लगाने की परंपरा सदियों पुरानी है ऐसा माना जाता है कि भगवान को हमेशा शुद्ध और पवित्र चीजों का ही भोग लगाना चाहिए। मंदिर में या किसी देवी या देवताओं की मूर्ति के समक्ष प्रसाद चढ़ाने की परंपरा से हम सभी वाकिफ हैं लेकिन हम सभी के मन में यह सवाल जरूर उठता है कि कौन से देवता को कौन सा प्रसाद चढ़ाया जाता है। इस बात की जानकारी हमें बिल्कुल भी नहीं होती है लेकिन आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौन से भगवान को कौन सा प्रसाद चढ़ाना सबसे अच्छा होता है।
भगवान श्री कृष्ण के द्वारा स्वयं ही यह बात कही गई है कि जो भी भक्त मेरे लिए प्रेम से पत्र, पुष्प, फल, जल चढ़ाता है या मुझे अर्पित करता है, उस सुद्धि बुद्धि निष्काम प्रेमी का प्रेम पूर्वक अर्पण किया हुआ पात्र, पुष्प, मै सगुण रूप से प्रकट होकर प्रीति सहित खाता हूं। पूजा के आरती के समय तुलसीकृत जलामृत व पंचामृत के बाद बांटे जाने वाले पदार्थ को प्रसाद कहा जाता है। पूजा के समय जब कोई खाद्य सामाग्री देवी देवताओं के समक्ष प्रस्तुत की जाती तो वह सामग्री प्रसाद के रूप में वितरण होती उसे प्रसाद कहते है।
इन देवी देवताओं को इन चीजों का भोग चढ़ाना देता है शुभ फल
गणपति जी के सामने लगाएं यह भोग
यदि आप गणपति जी की पूजा कर रहे हैं तो उन्हें मोदक के लड्डू सबसे अति प्रिय होते हैं इसके साथ आता बूंदी के लड्डू भी उन्हें अर्पित कर सकते हैं गणपति जी को गन्ने की गडेरी, कैथ, आम, जामुन और गुड बहुत अति प्रिय होता इसलिए आप यह सब लोगों ने चढ़ा सकते हैं।
भगवान श्रीराम को लगता है यह भोग
भगवान श्रीराम को आप भोग लगाना चाहते तो उसके लिए केसर युक्त खीर या पूरे घर के भोजन के साथ कलाकंद का प्रसाद चढ़ा इससे वे बहुत जल्द प्रसन्न होंगे।
भगवान शिव को चढ़ाए यह भोग
भगवान शिव की पूजा में यदि आप भांग और पंचामृत चढ़ाते हैं तो यह बहुत शुभ होता है। सावन के महीने में शिवजी की उपासना जब आप करते हैं और उनके लिए उपवास रखते हैं तो उनको गुड़, चना और चिरौंजी के अलावा दूध अर्पित करने से सभी तरह की आपकी इच्छा और मनोकामना पूर्ण होती है।
मां लक्ष्मी को लगाए यह भोग
महालक्ष्मी को यदि आप प्रसन्न करना चाहते हैं और उनकी पूजा-अर्चना कर रहे हैं तो उन्हें भोग लगाएं उन्हें सफेद और पीले रंग के मिष्ठान बहुत प्रिय होते हैं।
मां दुर्गा को लगाए यह भोग
मां दुर्गा की पूजा अर्चना करते समय आप उन्हें खीर, मालपुआ, मीठा हलवा, केला, नारियल, धान का लावा और निष्ठा अर्पित कर सकते हैं उन्हें यह सब बहुत प्रिय होता है यदि आप माता को सच्चे दिल से पूजा करना चाहते तो बुधवार शुक्रवार का दिन पवित्र होकर माता जी के मंदिर जाओ तो उन्हें यह सब भोग अर्पित करें से मा जल्दी प्रसन्न होंगी।
मां सरस्वती को लगाया जाता है यह भोग
मां सरस्वती को बुद्धि की डेरी कहा जाता है उनकी पूजा-अर्चना में आप दूध, पंचामृत, दही, मक्खन, सफेद तिल के लड्डू तथा धान का लावा अर्पित कर सकते हैं इससे मां सरस्वती आप पर प्रसन्न होगी औरत को सद्बुद्धि प्रदान करेंगी।
श्रीकृष्ण को चढ़ाए यह भोग
यदि आप श्री कृष्ण को माखन मिश्री का भोग लगाते हैं तो यह बहुत ही अच्छा होता है क्योंकि श्री कृष्ण कृष्ण को सबसे प्रिय होता है माखन मिश्री।
काली और भैरव को लगाए यह भोग
मां काली और काल भैरव की पूजा अर्चना करते वक्त आप दोनों को एक जैसा भोगी लगा सकते हैं हलवा पूरी और मदिरा उनके प्रिय भोग है किसी अमावस्या के दिन कालिया भैरव मंदिर में जाकर उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करें इसके अलावा इमरती जलेबी अपात्र की मिठाई जब भी उन्हें अर्पित करें।
विष्णु जी को लगाइए भोग
भगवान विष्णु को किसमिस का भोग लगाना चाहिए इसके साथ ही आंवले का भोग भी उन्हें चढ़ता है खीर में सूखे मेवे डालने चाहिए और अंत में तुलसी जरूर डालें भगवान विष्णु को जदिया प्रसन्न करना चाहते हैं इन सब के भोग के साथ तुलसी का पत्ता अवश्य रखें तभी भोग को स्वीकार करते हैं।
हनुमान जी को लगाएं इस तरह का भोग
हनुमान जी को यदि आप प्रसन्न करना चाहते है तो हलवा लाल व ताजे फल गुड़ के बने लड्डू गुड़ धनिया और न तुलसीदल अर्पित करें शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू भी हनुमान जी को अति प्रिय है।
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