हर व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहता है चाहे वह नौकरी में हो, चाहे वह व्यापार करता हो सभी को अपने जीवन में तरक्की और सफलता चाहिए ही होती है। ऐसे में बहुत बार ऐसी स्थिति आती है कि हमारा अच्छा चलता हुआ काम भी खराब होने लगता है हमें सफलता के बदले हर जगह से हानि प्राप्त होने लगती है, हमारा व्यापार दिनोंदिन कमजोर होता चला जाता है। वास्तु के अनुसार बिजनेस को यदि आप सुचारु रुप से चलाना चाहते हैं और उसे सफल बनाना चाहते हैं तो उसके लिए पांच तत्वों का संतुलन आवश्यक है किसी भी बिजनेस को सफल बनाने के लिए पृथ्वी, आकाश, वायु, जल, अग्नि पांच तत्वों का एक बराबर संतुलित होना अत्यंत आवश्यक है। यह पांच तत्व किसी भी बिजनेस या व्यापार को सफलता प्राप्त करा सकते हैं। यदि आपको लाख कोशिशों के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं हो रही है और आपको आपके बिजनेस में हानि ही होती चली जा रही है तो आपको वास्तु के कुछ उपायों को जरूर आजमाना चाहिए। इन उपायों के वजह से आप अपने व्यापार को वापस खड़ा कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं बहुत बार ऐसा होता है कि बार-बार असफलता प्राप्त होने की वजह से हम खुद ही हार जाते हैं और अपना व्यापार बंद करने की स्थिति में ले आते हैं लेकिन यह सब करने से पहले आपको वास्तु की दृष्टि से कुछ उपायों को जरूर आजमा लेना चाहिए यह आपकी किस्मत बदल सकता है और आपको सफलता प्राप्त भी करा सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको वास्तु के कुछ आसान उपाय बताएंगे जिसे आज मैंने आपको आपके व्यापार में वापस से तरक्की दिला सकता है।
वास्तु के ये उपाय दिलाते हैं व्यापार में सफलता
कार्यक्षेत्र में भगवान की प्रतिमा और तस्वीर को लगाते समय इस बात का विशेष ध्यान दें
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर ऑफिस में या कार्यक्षेत्र में आप भगवान की तस्वीर और मूर्ति अवश्य रखते हैं साथ ही साथ एक छोटा सा मंदिर तो अवश्य ही बनाते हैं ऐसे में आपको इसकी सही दिशा और सही ज्ञान नहीं होता है, लेकिन आप यदि मूर्ति और तस्वीर लगाना चाहते हैं तो आपको इस बात का ज्ञान होना चाहिए दुकान या ऑफिस में एक छोटा सा मंदिर बनाते हैं और जगह के अनुरूप उसे कहीं भी रख लेते हैं लेकिन ऐसा गलती से भी नहीं करना चाहिए वास्तु के अनुसार मंदिर या पूजा कब से हमेशा ईशान कोण या पूर्व दिशा में उपस्थित होना चाहिए तभी या आपको शुभ फल देगा।
कार्यक्षेत्र का मुख्य द्वार पूर्ण रूप से साफ सुथरा हो
सफलता प्राप्ति के लिए आपके आसपास का वातावरण साफ सुथरा होना बहुत जरूरी होता है इसलिए अपने कार्यक्षेत्र और व्यापार वाले जगह का मुख्य द्वार आपको अच्छी तरह से साफ सुथरा रखना चाहिए क्योंकि तभी आपके कार्यक्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होगा नहीं तो नकारात्मक उर्जा ही फैली रहेगी।
मालिक की सीट या रूम की दिशा का ज्ञान रखें
दुकान या ऑफिस में मालिक की सीट या रूम का सही दिशा में होना अत्यंत जरूरी होता है इनका कमरा हमेशा दक्षिण पश्चिम दिशा में होना चाहिए और मालिक को इस तरह बैठना चाहिए कि उनका मुख उत्तर दिशा की ओर सीट के पीछे मंदिर ना हो इस बात का भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए कभी भी कुर्सी के पीछे की दीवार प्लेन होनी चाहिए।
ऑफिस का फर्नीचर सही हो
वास्तु के अनुसार कभी भी आप अपने कार्य क्षेत्र में फर्नीचर रखते हैं तो इन बातों का आपको ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है अनियमित आकार या फिर एल आकार का कभी भी फर्नीचर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए यह नकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित करता है। ऑफिस या दुकान के लिए चकोर या आयताकार आकार का फर्नीचर ही लेना चाहिए।
उत्तर दिशा में ध्यान दें
अपने कार्य क्षेत्र के उत्तर दिशा को आपको हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए यह अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए इस दिशा को साफ रखना अत्यंत आवश्यक होता है इसके साथ ही इस दिशा को लाल रंग से कभी ना रंगे।
दीवारों के कलर का भी ध्यान दें
वास्तु के अनुसार ऑफिस या दुकान में दीवार के रंग का भी एक महत्वपूर्ण स्थान है या आपके सभी चीजों को प्रभावित करता है। हमेशा ऐसे ही रंगों का आपको इस्तेमाल करना चाहिए जो ब्राइट हो और आंखों को भाई दुकान जा ऑफिस के लिए सफेद नहीं लाया ग्रे जैसे रंगों का चुनाव करना चाहिए इससे दुकान में सकारात्मकता आती है व्यापार में वृद्धि होती है।
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