अगर दृढ़ निश्चय कर लिया जाए तो मार्ग में कितनी भी बाधाएं क्यों ना आएं, मंजिल तक पहुंचा जा सकता है. यह कहानी है तृप्ति भट्ट की जिन्होंने आईपीएस अधिकारी बनने के लिए सरकारी नौकरी तक के ऑफर ठुकरा दिए. तृप्ति अल्मोड़ा जिले की रहने वाली हैं और वह 2013 बैच की आईपीएस अधिकारी है. वह शुरुआत से ही आईपीएस बनना चाहती थी. उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और उन्हें कई कंपनियों के ऑफर मिले.
उन्हें सरकारी नौकरी का भी मौका मिला था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया. तृप्ति को इसरो में साइंटिस्ट बनने का ऑफर भी मिला था. पर वह आईपीएस अधिकारी ही बनना चाहती थी. तृप्ति ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी जमकर की और 2013 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली.
यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद उनकी ट्रेनिंग हुई जिसके बाद उन्हें देहरादून के विकास नगर में पोस्टिंग मिली. काफी समय तक वह उत्तराखंड के चमोली जिले में SSP के पद पर कार्यरत रही. तृप्ति को 2020 में SDRF ने उनके कार्यों के लिए स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया था.
तृप्ति हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहती हैं. तृप्ति को टिहरी जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी मिली है, जिसको वह पूरे जोश से निभा रही हैं. वह पुलिस ऑफिसर्स की फिटनेस पर भी ध्यान दे रही हैं. उनका मानना है कि पुलिस अधिकारियों का फिट रहना बहुत ज्यादा जरूरी है.
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