दवा कंपनी सन फार्मा के प्रोडक्ट का इस्तेमाल तो आपने भी किया होगा. इस कंपनी के संस्थापक दिलीप संघवी ने 2000 रुपये उधार लेकर यह कंपनी शुरू की थी. आज वही दिलीप संघवी हजारों अरब की दौलत के मालिक हैं. एक समय तो उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भी पीछे छोड़ दिया था.
जब दिलीप संघवी ने यह कंपनी शुरू की थी तो शायद किसी ने नहीं सोचा होगा कि वह एक दिन इतना आगे बढ़ जाएंगे. दिलीप संघवी ने ग्रेजुएशन के बाद ही अपना व्यापार शुरू करने की ठान ली थी. उन्होंने अपनी कंपनी शुरू करने के लिए अपने पिता से 200 डॉलर उधार लिए थे और पांच वितरकों के साथ दवा कंपनी सन फार्मा को शुरू किया था.
शुरुआत में यह कंपनी मनोरोग से संबंधित दवाइयों का ही निर्माण करती थी. धीरे-धीरे कंपनी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करती गई और आज इस कंपनी से हजारों प्रोडक्ट बन रहे हैं. यह भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी है जिसका मार्केट केपीटलाइजेशन 2 लाख करोड़ रुपए के पास पहुंच चुका है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिलीप संघवी की कुल संपत्ति 14.4 अरब डॉलर है. भले ही आज दिलीप संघवी भारत के 10 सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल ना हो. लेकिन एक समय ऐसा भी आया था जब उन्होंने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया था और वह भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे. 2014 में उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी रैनबैक्सी लैबोरेटरीज का अधिग्रहण किया था. इसके बाद उनकी कंपनी को काफी फायदा हुआ.
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