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धर्म संसार

आखिर क्यों दक्षिण दिशा की ओर पैर करके नहीं सोना चाहिए, जानिए वास्तु की दृष्टि से इसका जवाब

वास्तु शास्त्र हमारे जीवन को सुखी और संपन्न बनाने के लिए हमारी बहुत मदद करता है। वास्तु शास्त्र में ऐसे विभिन्न प्रकार के नियम बताए गए हैं जिनका यदि हम पालन करें तो हमारा जीवन सुखी बन सकता है। वास्तु शास्त्र ऐसा विज्ञान है जो प्राचीन काल से घर के आर्किटेक्चर, दुकान के आर्किटेक्चर से होने वाले शुभ और अशुभ परिणाम के बारे में हमें बताता है, ऐसे में वास्तु में कुछ काम को करना शुभ और अशुभ फल दोनों देता है। ह

मारी रोजमर्रा की जिंदगी में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है सोने का अर्थात सोना, नींद लेना मनुष्य, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे सभी सोते हैं। सोना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है यदि हमारी नींद पूरी ना हो रही एचपी और हमें अच्छी तरह से नींद नहीं आती है तो इसकी वजह से हमें बहुत सी स्वास्थ संबंधी परेशानियों को झेलना पड़ता है, ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि हम दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोते हैं तो यह बहुत ही गलत बताया गया है, इस दिशा को मृत्यु लोक की दिशा बताया जाता है, साथ ही यह भी बताया जाता है की इस दिशा पर राक्षसों और बुरी शक्तियों का वास होता है। वास्तु शास्त्र में भी इस बात को पूर्ण रूप से सत्य बताया गया है इसके अनुसार नींद नही आने से शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है, यही कारण है कि वास्तुशास्त्र में सोने की दिशा को ले कर कुछ नियम बताया है जिससे मनुष्य को इसका लाभ प्राप्त हो सके।

इस दिशा में सिर करके सोने से होते हैं फायदे
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके सोना और पैर उत्तर पश्चिम दिशा में होना अच्छा होता है इससे आपके शरीर को, मानसिक स्वास्थ्य को लाभ प्राप्त होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में सर रखकर सोने से लंबी आयु की प्राप्ति होती है इसलिए इस दिशा में सिर करके सोना चाहिए और इस दिशा मे पैर रखने से अपशगुन होता है।

उत्तर दिशा में सिर करके सोना होता है अपशकुन
उत्तर की दिशा में सर करके सोना वास्तु शास्त्र के अनुसार गलत बताया गया है ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में दुष्ट देव और यम का वास होता है इसलिए उत्तर दिशा में भूलकर भी सिर रखकर नहीं सोना चाहिए सोते समय ध्यान रहे कि आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में ही हो और पैर उत्तर या पश्चिम दिशा में हो।

जाने वैज्ञानिक दृष्टि से क्या है सही
वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर और दक्षिणी ध्रुव यानी पृथ्वी के दोनों तरफ चुंबकीय प्रभाव होता है। उत्तरी ध्रुव पर धनात्मक प्रवाह और दक्षिणी ध्रुव पर ऋणआत्मक प्रवाह होता है इसलिए इस प्रकार सोने से मानव शरीर में सिर से धनात्मक और पैर से ऋणआत्मक प्रभाव होता है और वैज्ञानिकों के अनुसार यदि दो धनात्मक प्रभाव और दो ऋण आत्मक प्रवाह जब आपस में मिलते हैं तो यह एक दूसरे से दूर भागते इसलिए आप यदि दक्षिण में पैर करके सोते हैं तो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है।

जाने पूर्व दिशा में सिर करके सोने से क्या होता है
वास्तु शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि पूर्व दिशा में सिर करके सोने से विद्या की प्राप्ति होती है। इस दिशा में सिर रखकर सोने से मां सरस्वती की कृपा हम पर बनी रहती है जिसकी वजह से हमें ज्ञान की बढ़ोतरी होती है और हमारे जीवन में तरक्की हमें प्राप्त होती है। साथ ही इस दिशा में सूर्य देव भी विराजमान होते हैं ऐसे में इस दिशा में सिर रखकर सोने से व्यक्ति के शरीर में ऊर्जावान रहता है तथा इस दिशा में पैर करके सोने से सूर्य देव का अपमान माना जाता है इसलिए हमेशा पूर्व दक्षिण दिशा में सिर करके सोना चाहिए।

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