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धर्म संसार

इस पौधे को घर मे लगाने से होते है बहुत से वास्तु दोष दूर

पारिजात के पेड़ को आप बखूबी जानते होंगे इसे हरसिंगार का पेड़ भी कहा जाता है। इस पेड़ में बहुत ही सुंदर और सुगंधित फूल उगते हैं यह सारे भारत में पाया जाता है। यह बहुत ही आकर्षक और सुंदर पर फूल होता है, कहते हैं कि परिजात समुद्र मंथन के दौरान हुई थी, जिसे इंद्र ने अपनी वाटिका में लगाया था। हरिवंश पुराण में इस वृक्ष और फूल का विस्तार से वर्णन किया गया है इसके साथ ही बहुत सी ऐसी पौराणिक मान्यता है जिसके अनुसार परिजात के वृक्ष को स्वर्ग से भूलकर धरती पर लगाया गया था। ऐसे में कुछ पेड़-पौधों का घर में लगाना अत्यंत शुभ होता है और इससे घर के सारे वास्तु दोष भी खत्म हो जाते हैं और साथ ही कुछ पेड़ पौधों का लगाना शुभ परिणाम भी देता है लेकिन आज हम बात कर रहे हैं परिजात के पौधे की यह चमत्कारी गुणों वाला पौधा होता है और वास्तु शास्त्र में भी परिजात के पौधे कब बहुत विशेष महत्व है। यह कई तरह के वास्तु दोषों को नष्ट करने में बहुत लाभदायक होता है वैज्ञानिक दृष्टि से भी माना जाता है कि या पुष्प सच में चमत्कारी है और इसे देवलोक से धरती पर लगाया गया था। इसलिए परिजात के पौधे का एक विशेष महत्व है या कई तरह के वास्तु दोषों को भी दूर करता है।

देवलोक से लाया गया था धरती पर
परिजात के पौधे के पीछे बहुत पुरानी कथाएं मौजूद है इसके अनुसार ऐसा माना जाता है, कि पर जात की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी और इसे इंद्र ने स्वर्ग में लगाया था, बाद में नरकासुर का वध करने के बाद इंद्र भगवान श्री कृष्ण को परिजात की माला भेंट किया था तब से यह पौधा धरती पर मौजूद है इससे जुड़ी कई अन्य कथाए भी है जो इसके चमत्कारी होने का सबूत देती है।

चिरयौवन हुई देवी रुक्मणी
पौराणिक कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र के दिए हुए परिजात के पुष्पों को लाकर देवी रुक्मणी को दिया था। जिसके प्रभाव से देवी रुक्मणी चिरयौवन को प्राप्त हो गए लेकिन इससे सत्यभामा नाराज हो गई और वह भी परिजात की मांग श्री कृष्ण के साथ करने लगे जिसके बाद भगवान श्री कृष्ण को परिजात का पौधा धरती पर ही लाना पड़ गया था तब से यह पौधा धरती पर मौजूद है और भारत में यह हर हिस्से में पाया जाता है।

चमत्कारी फूल परिजात की विशेषताएं
■परिजात के फूल को बहुत शुभ माना जाता है इसलिए परिजात के फूलों को खासतौर पर महालक्ष्मी की पूजा में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इस फूल को पूजा में इस्तेमाल करने से पहले इस बात का ध्यान अवश्य रख लेना चाहिए, कि उन्हीं फूलों का इस्तेमाल क्लिक करें जो अपने आप पेड़ से टूट कर नीचे गिर जाते हैं।

■परिजात के फूलों से बहुत अच्छी सुगंध उत्पन्न होती है जो हमारे आसपास के वातावरण में खुशियां लाता है साथ ही साथ नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है और आपके दिमाग और मस्तिष्क को को शांत रखने में बहुत मदद करता है।

■परिजात एक चमत्कारी फूल है या रात के समय में खेलता है और सुबह होते होते वह सब मुरझा जाते हैं या फूल जिसके भी घर आंगन में खेलते हैं वह हमेशा सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।

■सिर्फ परिजात ही एक ऐसा फूल है जो जमीन पर गिरा हुआ होने के बावजूद भी भगवान को चढ़ाना बहुत अच्छा माना जाता है।

■ परिजात की यह विशेषता है कि पेड़ से टूट जाने के बाद और जमीन पर गिर जाने के बाद इस फूल की खुशबू बहुत ज्यादा बढ़ जाती है जिस घर में परिजात का पौधा लगा होता है वहां पर वास्तु दोष बहुत जल्द ही खत्म हो जाते हैं।

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