आजकल के लाइफस्टाइल की वजह से अक्सर लोग बीमार पड़ते ही रहते हैं। घर के सदस्यों का बीमार होना वैसे तो आम बात है लेकिन हम सब चाहते हैं कि हम स्वस्थ शरीर पाए और हमें तथा हमारे घर के लोगों को स्वास्थ संबंधी परेशानियां कभी भी ना हो लेकिन इसके बावजूद भी परिवार के सदस्य बार-बार बीमार पड़ते हैं। कई बार ऐसा होता है कि एक व्यक्ति ठीक नहीं होता है और दूसरा बीमार पड़ जाता है। बहुत ही जतन के बाद भी बीमारी व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ती है। बहुत बार व्यक्ति बीमार बीमारियों की वजह से नहीं घर के वातावरण के वजह से भी हो जाता है घर में नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों का जब आज होने लगता है तो घर के सदस्य बार-बार बीमार पड़ते हैं इसका एक मुख्य कारण वास्तु दोष भी हो सकता है।
वास्तु दोष के प्रभाव से भी व्यक्ति के घर में दुखद वातावरण बना रहता है बार-बार कोई न कोई बीमार जरूर पढ़ते रहता है ऐसे में हमारे घरों में हमारे द्वारा अनजाने में हो गई गलतियां इसका मुख्य कारण होती है जिसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं होती है लेकिन इसके बावजूद भी हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है तो आज इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कारण बताएंगे जिसके वजह से आपके परिवार के सदस्यों के बीच स्वास्थ संबंधी परेशानियां हमेशा बनी रहती हैं।
घर के उत्तर पूर्व दिशा का बंद होना
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के अंदर का उत्तर पूर्व दिशा हमेशा खुला होना चाहिए साथ ही इस दिशा में घर के मंदिर स्थापित किया जाता है और यह देवी देवताओं की दिशा माना जाता है जिसकी वजह से सबसे ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा इसी दिशा में पाई जाती है इसलिए इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि इस दिशा को कभी भी बंद ना कराएं खुला रखें अगर आप उत्तर पूर्व की दिशा को बंद करते हैं तो इसकी वजह से आपके घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
घर का दक्षिण दिशा भी हमेशा खुला रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का दक्षिण दिशा दिशा दोषपूर्ण माना जाता है इस दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है और राक्षसों की दिशा भी माना जाता है इसलिए इस दिशा को खुला इसलिए रखना चाहिए क्योंकि इस दिशा में नकारात्मक ऊर्जा सबसे ज्यादा उपस्थित होती है इस दिशा को खुला रखने से आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और इससे सबसे ज्यादा अध्यक्ष घर के बुजुर्ग सदस्यों के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
भूलकर भी ना करें मुख्य द्वार पर गंदगी
घर का मुख्य द्वार सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है अगर हम मुख्य द्वार को साफ सुथरा रखते हैं तभी हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है सबसे ज्यादा दोष का कारण मुख्य द्वार में गंदगी रखना और कबाड़ रखने की वजह से होता है इसका असर घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है साथ ही साथ उन्हें मानसिक तनाव टेंशन चिंता की भी परेशानी होती है।
घर का ब्रह्म स्थान हमेशा रखे खाली वास्तु
शास्त्र के अनुसार घर के बीचो बीच का हिस्सा जिसे ब्रह्म स्थान कहा जाता है इस स्थान को हमेशा खाली रखना चाहिए टूटी फूटी चीजों और कबाड़ जैसी चीजों को इस स्थान पर कभी भी नहीं रखना चाहिए इस जगह पर कबाड़ टूटी फूटी चीजों और गंदगी करने से घर के सदस्यों को स्वास्थ संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ती है साथ ही साथ में धन की भी हानि होती है।
कभी ना होने दें घर में मकड़ी के जाले
वास्तु शास्त्र के अनुसार मकड़ी के जाले अशुभ संकेत देते हैं इसलिए कभी भी घर में मकड़ी के जालों को इकट्ठा ना होने दें इससे घर के सदस्यों के बीच तनाव बढ़ता है और शारीरिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
रोजाना कपूर जलाएं
अगर आपके घर के सदस्य बार-बार बीमार पड़ रहे हैं और आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा बहुत ज्यादा हो गई है तो घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए सुबह शाम कपूर को अवश्य जलाएं और पूरे घर में इसे घुमाया और मुख्य द्वार पर भी इसे घूम आए घर में ऐसे इंतजाम करके रखें कि सारे कमरों में सूर्य की रोशनी आए और ताजी हवा भी आए साथ ही साथ घर में कांटेदार पौधे कभी भी ना लगाएं।
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