मंगलवार को आर्थिक अपराध इकाई ने पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज और उनके भाई-भतीजों के 9 ठिकानों पर छापेमारी की. नरेंद्र कुमार धीरज पटना जिला बल के सिपाही है और उनके नाम 9,47,66,745 रुपए से ज्यादा की संपत्ति निकली है. यह संपत्ति उनकी आय से 544% ज्यादा है.
नरेंद्र कुमार के नाम बेऊर के महावीर कॉलोनी में दो मंजिला मकान भी है. इसके अलावा उनके भाइयों के नाम पर भी करोड़ों की संपत्ति है. ईओयू को शिकायत मिली थी कि नरेंद्र कुमार धीरज ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने और अपने परिजनों के नाम करोड़ों की संपत्ति ली है.
जांच के बाद ईओयू ने सभी भाइयों और भतीजों के खिलाफ भ्रष्टाचार के तहत केस दर्ज कर लिया. नरेंद्र कुमार धीरज की 13 मई 1988 को सिपाही के पद पर नालंदा जिला बल में नियुक्ति हुई थी. उन्हें नौकरी करते हुए 33 साल 2 महीने हो चुके हैं. नरेंद्र के सात भाई हैं. नरेंद्र कृषक परिवार से ताल्लुक रखते हैं. सिपाही के पद पर नियुक्त होने से पहले उनके पास लगभग 3 से 4 बीघा पुश्तैनी जमीन थी.
उस समय उनके सभी भाई उनके ऊपर ही आश्रित थे. नरेंद्र के अलावा परिवार से कोई और अन्य किसी पद पर नहीं है. फिर भी इनकी संपत्ति में संपत्ति कई गुना बढ़ गई है. बता दें कि हर तीन साल में बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष, महामंत्री के अलावा विभिन्न पदों पर चुनाव होते हैं. ये संगठन बहुत पुराना है जो राज्य पुलिस से सिपाही-हवलदार का प्रतिनिधित्व करता है.
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