दुल्हन को महसूस ना हो शहीद भाई की कमी, इसलिए शादी में पहुंचे 100 कमांडो, खास अंदाज में हुई विदाई

किसी भी लड़की के लिए उसकी शादी सबसे महत्वपूर्ण पल होता है. जब शादी में परिवार वाले शामिल होते हैं तो यह खुशी कई गुना बढ़ जाती है. बहन की शादी में भाई के ऊपर बहुत जिम्मेदारियां होती हैं. लेकिन बिहार के काराकाट के रहने वाले तेज नारायण सिंह की बेटी शशि कला की किस्मत ऐसी नहीं थी.

शशि कला के भाई कमांडो ज्योति प्रकाश निराला अपनी बहन की शादी धूमधाम से करवाना चाहते थे. लेकिन बहन की शादी से पहले ही वह शहीद हो गए. ज्योति प्रकाश निराला बांदीपुरा एनकाउंटर में शहीद हो गए. मुठभेड़ के दौरान उन्हें दो आतंकवादियों ने मार दिया.

ज्योति प्रकाश निराला ने इस मुठभेड़ में अपने कई साथियों की जिंदगी बचाई थी. लेकिन वह खुद शहीद हो गए. बेटे की शहादत के बाद पिता अपनी बेटी की शादी को लेकर बहुत चिंतित थे. लेकिन ज्योति प्रकाश निराला के साथी गरुड़ कमांडो ने उनकी बहन को भाई की कमी बिल्कुल भी महसूस नहीं होने दी.

शशि कला की शादी में 100 कमांडोज शामिल हुए. यह नजारा बहुत ही भावुक कर देने वाला था. सभी कमांडोज ने पुरानी परंपरा के मुताबिक, अपनी हथेलियों को शशि कला के चरणों के नीचे रख कर विदाई दी. शशि कला के पिता तेज नारायण सिंह ने गरुड़ कमांडोज को धन्यवाद दिया. ज्योति प्रकाश निराला को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गणतंत्र दिवस के मौके पर अशोक चक्र से सम्मानित किया था.

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*