भले ही छीन गई आंखों की रोशनी, लेकिन प्रांजल पाटिल ने नहीं खोया हौसला, बनीं देश की पहली नेत्रहीन आईएएस अधिकारी

आईएएस परीक्षा पास करना बहुत ही मुश्किल होता है. लेकिन जब जज्बा हो तो कुछ भी किया जा सकता है. आज हम आपको देश की पहली नेत्रहीन आईएएस अधिकारी प्रांजल पाटिल के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने बिना आंखों के ही ना केवल यूपीएससी परीक्षा पास की, बल्कि अच्छी रैंक भी प्राप्त की.

प्रांजल पाटिल बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी. लेकिन स्कूल में उनके साथ एक हादसा हो गया. जब वह छठवीं कक्षा में थी तब स्कूल में उनकी क्लास की एक स्टूडेंट की पेंसिल गलती से उनकी आंख में लग गई, जिस वजह से उनकी एक आंख की रोशनी चली गई. लेकिन देखते ही देखते 1 साल के भीतर उनकी दूसरी दूसरी आंख की रोशनी चली गई.

अब प्रांजल के पास कोई रास्ता नहीं था. उन्होंने इस सच को स्वीकार किया और फिर उन्होंने ब्रेल लिपि से पढ़ाई करना शुरू कर दिया. उन्होंने एक खास सॉफ्टवेयर की मदद से पढ़ाई की, जो किताबों को पढ़-पढ़ कर सुनाता था. आईएएस परीक्षा देने से पहले उन्होंने कई और प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी की और परीक्षा दी. लेकिन उनका मकसद कुछ और ही था. वह आईएएस अधिकारी बनना चाहती थी.

उन्होंने पहले ही प्रयास में 2016 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली. उस समय उन्हें 733वीं रैंक मिली थी. लेकिन वह इससे खुश नहीं थीं. 2017 में उन्होंने दोबारा से यूपीएससी की परीक्षा दी और उन्होंने 124वीं रैंक प्राप्त की और अपना सपना पूरा किया. वर्तमान में वह केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में अपनी सेवाएं दे रही हैं.

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