भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या इन दिनों श्रीलंका दौरे पर हैं. हालांकि श्रीलंका दौरे पर ह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. लेकिन हार्दिक पांड्या एक शानदार खिलाड़ी है जो कभी भी मैच का रुख बदलने की ताकत रखते हैं. हार्दिक पांड्या के भाई कुणाल पांड्या भी पेशेवर क्रिकेटर हैं. शुरुआती दिनों में हार्दिक पांड्या और कुणाल पांड्या 400-500 रुपये कमाने के लिए पास के गांव में क्रिकेट खेलने जाते थे. उन्हें हर मैच के लिए 400-500 रुपये मिल जाते थे.
हार्दिक पांड्या की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी. उनका परिवार किराए के घर में रहता था. खुद एक इंटरव्यू में हार्दिक ने इस बात का खुलासा किया था कि उनके पास खाने को पैसे नहीं होते थे तो वह मैगी खाकर गुजारा करते थे. वह अपनी क्रिकेट किट खरीद सके, इसके लिए भी उनके पास पैसे नहीं होते थे.
हार्दिक पांड्या नौवीं कक्षा में फेल हो गए थे, जिस वजह से उन्हें स्कूल से बाहर कर दिया गया. हार्दिक पांड्या को पूर्व क्रिकेटर किरण मोरे ने अपनी अकादमी में 3 साल तक मुफ्त में ट्रेनिंग दी, जिसके बाद वह एक तेज गेंदबाज बन गए. हालांकि जब वह अपने कोच के अधीन खेल रहे थे तो उनके कोच ने उन्हें भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच में बॉल ब्वॉय के लिए फॉर्म भरने को कहा.
लेकिन हार्दिक पांड्या ने मना कर दिया, जिस वजह से उन्हें 2 साल तक अंडर-16 क्रिकेट से दूर रहना पड़ा. अंडर-19 क्रिकेट के अंतिम वर्ष में भी वह गिरने के कगार पर थे. लेकिन उन्हें एक सहायक कोच और तीन और सीनियर खिलाड़ी होने के कारण मौका मिला.
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