सड़क के गड्ढों की वजह से लोगों को कितनी परेशानी होती है, इस बात पर ना तो सरकार का ध्यान जाता है, ना ही प्रशासन का. इस वजह से सड़क दुर्घटनाएं भी होती है. सड़क के गड्ढे भरवाना और उनकी मरम्मत करवाने का काम स्थानीय प्रशासन और नगर निगम का होता है. लेकिन प्रशासन अक्सर लापरवाही कर देता है.
लोग इस वजह से सरकार, स्थानीय प्रशासन को अक्सर गालियां भी देते हैं. हालांकि एक पुलिस अधिकारी ने सड़क के गड्ढों की वजह से लोगों को होने वाली परेशानियों से मुक्ति दिलाने के लिए अपने 3 लाख रुपये खर्च किए. उस पुलिस कर्मचारी की हर कोई तारीफ करता है.
मैसूर की सड़कें बहुत खराब है, जिस पर प्रशासन का ध्यान नहीं गया. सड़क के गड्ढों की वजह से स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी होती थी. कई बार प्रशासन और नगर निगम को शिकायत भी की गई. लेकिन किसी ने नहीं सुनी. तब एक पुलिस अधिकारी ने खुद ही समस्या का निदान करना बेहतर समझा.
मैसूर के एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक ने सड़कों की मरम्मत करवाने के लिए अपने लाखों रुपए खर्च कर दिए. एचडी कोटे थाने में कार्यरत एएसआई दोरेस्वामी ने मादापुरा गांव से बेलातूर तक की सड़क की मरम्मत करवाई, जो चिक्कदेवम्मा मंदिर को जोड़ती है. उन्होंने पूरा खर्चा अपनी जेब से ही उठाया. सड़क की मरम्मत में उनके लगभग 3 लाख रुपये खर्च हो गए. इस सड़क पर बहुत गड्ढे थे. बारिश के मौसम में पानी भी भर जाता था और लोगों को भी बहुत मुश्किल होती थी.
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