आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी की कहानी बता रहे हैं जिसने कड़े संघर्ष के बाद यह मुकाम हासिल किया. हम बात कर रहे हैं आईएएस अधिकारी शेखर कुमार की जिन्होंने अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए यूपीएससी की तैयारी शुरू की. वह हिंदी मीडियम के छात्र थे. उन्हें अपनी अंग्रेजी सुधारने में बहुत मेहनत करनी पड़ी.
लेकिन जब शेखर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, तब उनके पिता का एक्सीडेंट हो गया और वह कोमा में चले गए. उनकी मां के आधे शरीर ने काम करना बंद कर दिया. इसी वजह से उन्हें बीच में अपनी तैयारी छोड़नी पड़ी और अपने माता-पिता की सेवा करनी पड़ी. लेकिन जब उनके माता-पिता की हालत थोड़ी ठीक हुई, तब वह फिर से तैयारी में जुट गए में.
- पहली बार परीक्षा में वह सफल नहीं हुए. लेकिन जब दूसरी बार वह मेन्स परीक्षा देने पहुंचे तो 10 मिनट लेट हो गए, जिस वजह से उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया. इसके बाद उन्होंने तीसरी बार प्रयास किया और सफलता हासिल की. आज वह आईआरएस ऑफिसर हैं. शेखर ने दिल्ली से ग्रेजुएशन किया था. हालांकि इस दौरान उन्हें अपना खर्चा चलाने के लिए ट्यूशन भी पढ़ाना पड़ता था. वह ट्यूशन पढ़ाने के बाद यूपीएससी की तैयारी भी करते थे.
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