हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा अवश्य होता है। तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में बहुत पूजनीय माना जाता है, देवी- देवताओं के तुल्य माना जाता है इसलिए रोजाना सुबह-शाम इसकी पूजा अर्चना करना इन में जल चढ़ाने का विशेष महत्व है। ऐसा करने से घर में सुख शांति समृद्धि आती है साथ ही साथ घर में सकारात्मक ऊर्जा का भी आगमन होता है और नकारात्मक शक्ति व नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। तुलसी के पौधे में प्रतिदिन हम जल तो चढ़ाते हैं और उसके सामने दीपक भी जलाते हैं, ऐसा करना बहुत ज्यादा लाभकारी होता है, प्राचीन काल से ही यह परंपरा चली आ रही है लेकिन कुछ ऐसे दिन होते हैं जिनमें तुलसी के पौधों में जल चढ़ाना आपको विपरीत प्रभाव दे सकता है। इस बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती लेकिन फिर भी इस दिन यदि हम तुलसी के पौधे में जल चढ़ाते हैं तो यह हमारे जीवन में दुर्भाग्य का कारण बन सकती है। हमारे घर से मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु और मां तुलसी की कृपा दूर हो सकती है ऐसे में इन दिनों जल चढ़ाना अशुभ परिणाम देता है इसलिए भूल कर दिया गलती नहीं करनी चाहिए।
इन दिनों भूलकर भी ना चढ़ाएं तुलसी के पौधे में जल
रविवार को ना चढ़ाएं जल
वैसे तो सातों दिन तुलसी के पौधों की पूजा अर्चना की जाती है लेकिन रविवार के दिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना वर्जित बताया गया है, शास्त्रों के अनुसार भी यह कार्य वर्जित बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि हर रविवार के दिन मां तुलसी, भगवान विष्णु जी के लिए निर्जल व्रत लगती है और यदि हम इस दिन इस पर जल चढ़ाते हैं तो यह माता के व्रत को खंडित करने के बराबर होता है इसलिए यह गलती कभी नहीं करनी चाहिए इससे मां आपसे नाराज हो सकती है।
प्रत्येक एकादशी के दिन भूलकर भी ना चढ़ाएं जल
एकादशी के दिन भी भूलकर जल नहीं चढ़ाना चाहिए मां तुलसी में एकादशी के दिन मां तुलसी निर्जला व्रत रखती है और यदि हम इस दिन मां तुलसी पर जल चढ़ाते हैं तो इसे मां का व्रत खंडित होता है इसलिए भूल कर भी इस दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण के दिन भी ना चढ़ाएं जल
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के दिन भी तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण को हमारे धर्म और शास्त्रों में थोड़ा अशुभ बताया गया है इसलिए जब से सूतक लगता है, तब से भगवान के सारे कपाट बंद कर दिए जाते हैं और घर में भोजन भी नहीं पकाया जाता है, पूजा पाठ की सभी कामों को बंद कर दिया जाता है, ऐसे में तुलसी पर भी जल नहीं चढ़ाना चाहिए जब तक सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का सूतक समाप्त नहीं हो जाता तब तक तो बिल्कुल भी तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए, नहीं तो यह आपको विपरीत प्रभाव दे सकती है और आपके ऊपर से भगवान विष्णु मामा तुलसी की कृपा भी हट सकती है।
सूर्यास्त के बाद भी ना चढ़ाएं जल
तुलसी के पौधे में सुबह-शाम जल चढ़ाना और दीपक जलाना और पूजा करना वह शुभ परिणाम देता है लेकिन सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधों में जल नहीं चढ़ाना चाहिए, इसके साथ ही भूल कर भी तुलसी के पौधे को सूर्यास्त के बाद हाथ नहीं लगाना चाहिए और इनकी पत्तियों को भी तोड़ने से बचना चाहिए इसे शास्त्रों में वर्जित बताया गया है इसलिए इन गलतियों को कभी भी नहीं करनी चाहिए।
Leave a Reply