
हमारे हाथों की रेखाएं हमारे जीवन से जुड़े बहुत प्रकार के रहस्यों को बतलाती है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ की रेखाओं का अध्ययन किया जाता है और इससे भविष्य में होने वाली बहुत सी घटनाओं के बारे में हमें जानकारी प्राप्त होती है। हाथों की सबसे महत्वपूर्ण रेखा जीवन रेखा, भाग्य रेखा और हृदय रेखा होती है इन तीनों से हमारे जीवन में, हमारे भविष्य, कैरियर और स्वास्थ्य संबंधित बहुत सी जानकारियां हमें देती है।
काफी हद तक यह जानकारी सत्य भी होती है ऐसे में एक रेखा विवाह रेखा भी हमारे हाथ पर उपस्थित होती है। विवाह रेखा के द्वारा ही हम अपने जीवन में विवाह से जुड़ी सारी बातों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ऐसे में व्यक्ति की शादी कब होगी, व्यक्ति की शादी कैसे होगी, व्यक्ति की शादी कहां होगी और उसका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा इन सब बातों का आंकलन लगाया जा सकता है। विवाह रेखा बुध पर्वत के पास सबसे छोटी वाली उंगली के निचले हिस्से पर उपस्थित होती है। किसी- किसी व्यक्तियों के हाथों पर एक से ज्यादा विवाह रेखा भी उपस्थित होती है इसका भी एक अलग मतलब होता है साथ ही हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार विवाह के साथ-साथ विवाह के बाद आपको मान सम्मान कितना प्राप्त होगा, धन दौलत कितनी प्राप्त होगी, आपकी नौकरी और आपको आयु संबंधित सारी बातों का आंकलन लगाया जा सकता है।
कहां उपस्थित होती है विवाह रेखा
हस्तरेखा शास्त्र मे विवाह रेखा का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है। विवाह रेखा कनिष्ठा उंगली मतलब हाथ की सबसे छोटी वाली उंगली के नीचे बुध पर्वत पर बाहर की ओर जाने वाली रेखा को विवाह रेखा कहा जाता है। बहुत से व्यक्तियों में विवाह रेखा एक से ज्यादा भी हो सकती है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार विवाह संबंधी रेखा को देखकर वैवाहिक जीवन के बारे में जानकारी प्राप्त किया जा सकता है।
किन-किन चीजों का इशारा देती है विवाह रेखा
इसका मतलब होता है विवाह में हो सकती है देरी
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार विवाह रेखा विवाह से जुड़ी सारी जानकारी हमें बताती है ऐसे में यदि विवाह रेखा कहीं-कहीं से कटी फटी नहीं होनी चाहिए, स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए। यदि किसी जातक के विवाह रेखा एक से अधिक है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति के प्रेम संबंधों की ओर इंगित करती है साथ यही रेखा छोटे और हृदय रेखा के मध्य हो तो हाथ दिखाने वाले का विवाह 22 की उम्र के आसपास हो सकता है। जिन लोगों के हाथ में बृहस्पति अपने स्थान से सामने की तरफ झुकी हुई होती है उनकी शादी अमूमन 30 वर्ष के बाद होने की संभावना रहती है।
इसका मतलब होता है अशुभ विवाह
यदि किसी जातक के हाथ में रेखा के प्रारंभ में कोई कोई चिन्ह उपस्थित हो तो इसका मतलब है कि शादी में उन्हें धोखा प्राप्त हो सकता है साथ ही पूरे जीवन काल में साथी के स्वास्थ्य और स्वभाव को लेकर भी उन्हें जीवन भर परेशान रहना पड़ सकता है और यदि विवाह रेखा हृदय रेखा को काटते हुए नीचे की ओर जाती है तो यह उनके लिए खतरे की घंटी है मतलब कि ऐसे व्यक्ति के लिए विवाह शुभ नहीं माना जा सकता है।
इसका मतलब होता है एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में विवाह रेखा सूर्य रेखा तक होती है तो उनकी शादी किसी समृद्ध और संपन्न परिवार में होती है। इसके अलावा यदि किसी की हथेली में बुध पर्वत से आने वाली रेखा विवाह रेखा को काटती हुई है तो इसका अर्थ होता है कि जीवन में बहुत सी परेशानियों का सामना उन्हें करना पड़ सकता है। यदि विवाह रेखा के साथ कोई अन्य रेखा चल रही है तो व्यक्ति का अपने जीवन साथी के अलावा किसी अन्य से संबंध होने के संकेत भी देता है।
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