सरकारी नौकरी हासिल करना आज के दौर में बहुत मुश्किल हो गया है. लेकिन पीपलू उपखंड क्षेत्र के चौगाई ग्राम पंचायत के ब्रांच पोस्ट मास्टर घनश्याम पारीक के बेटे श्यामसुंदर पारीक 27 साल के हैं. लेकिन इस उम्र में उन्होंने पांचवीं बार सरकारी नौकरी में चयनित होकर युवाओं के लिए मिसाल कायम की है.
श्यामसुंदर पारीक ने राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित संस्कृत शिक्षा विभाग की प्राध्यापक सामान्य व्याकरण विद्यालय प्रतियोगी परीक्षा 2018 में 5वीं रैंक हासिल की. 9 जून को परीक्षा का परिणाम निकला जिसमें उन्होंने पूरे राजस्थान में द्वितीय रैंक हासिल की.
इससे पहले उन्होंने तृतीय श्रेणी अध्यापक परीक्षा 2018 में 61वीं रैंक, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2016 में 58 वीं रैंक, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 में 23 वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने सभी नौकरी को ज्वाइन किया. लेकिन वह हाल ही में जिस परीक्षा में चयनित हुए हैं, अब उसको भी ज्वॉइन करेंगे.
श्याम सुंदर ने 2015 की रीट परीक्षा परीक्षा में 80 फ़ीसदी अंक प्राप्त किए थे. उन्होंने 2016 से 2020 तक लगातार यूजीसी नेट की परीक्षा पास की. उन्होंने किसी भी परीक्षा के लिए कोचिंग नहीं ली. वह सोशल मीडिया से भी दूर रहे. उन्होंने खुद ही पढ़ाई की और सफलता हासिल की.
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