हमारे देश में देवी-देवताओं के विशाल और भव्य मंदिर बने हुए हैं, जहां भगवान की प्रतिमाएं विराजमान हैं और रोज लोग इन मूर्तियों की पूजा-अर्चना करते हैं. लेकिन आज हम आपको उस व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं, जिसने अपनी पत्नी की याद में एक मंदिर बनवाया है और वह हर रोज अपनी पत्नी की पूजा करता है. उस व्यक्ति ने मंदिर में अपनी पत्नी की बड़ी सी मूर्ति भी विराजमान करवाई है.
शादी के समय लोग जीने-मरने की कसमें खाते हैं. लेकिन जिसने जन्म लिया है तो उसकी मृत्यु तो होनी ही है. हालांकि जब साथी चला जाए तो जिंदगी जीना बहुत मुश्किल हो जाता है और शादी की याद भी आती है.
शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया था. लेकिन मध्यप्रदेश के शाजापुर के एक गांव के रहने वाले नारायण सिंह राठौड़ ने अपनी पत्नी के निधन के बाद उसकी याद में मंदिर बनवाया है. नारायण की पत्नी का नाम गीताबाई है.
अब हर रोज नारायण अपनी पत्नी की मूर्ति की पूजा करते हैं. उसे रोज नई साड़ी पहनाते हैं. गीताबाई से उनके परिवार वाले बहुत प्यार करते थे. हालांकि कोरोना काल में उनकी मौत हो गई. परिवार द्वारा किए गए इस कार्य के लिए लोग भी उनके परिवार की तारीफ करते हैं. हर रोज गीताबाई की प्रतिमा को नई-नई साड़ी पहनाई जाती है और प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाती है.
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