
महिलाओं को अक्सर लोग कमजोर आंक्ते हैं. हमारे समाज में आज भी ऐसा माना जाता है कि महिलाओं का काम केवल घर संभालना है. लेकिन जब भी परिवार पर मुसीबत आती है तो महिलाएं डटकर उसका सामना करती हैं और अपने परिवार को हर मुसीबत से बचाती हैं. हाल ही में छत्तीसगढ़ से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आपकी भी आंखे भर आएंगी.
छत्तीसगढ़ की रहने वाली तारा अपने घर का खर्च चलाने के लिए अंबिकापुर शहर की सड़कों पर ऑटो रिक्शा चलाती हैं. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वह अपने एक साल के बच्चे को पेट में बांधकर ऑटो चलाती हैं. हर कोई तारा की हिम्मत और मेहनत की तारीफ करता है.
तारा जो कर रही हैं, वह सबके लिए आसान नहीं है. वह अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए ऑटो चलाती हैं. तारा 12वीं तक पढ़ी हैं. 12वीं के बाद ही उनकी शादी कर दी गई. उनके पति भी ऑटो चलाते हैं. हालांकि पति की कमाई से घर खर्चे नहीं चल पाता.
इसी वजह से तारा ने भी ऑटो चलाना सीख लिया और फिर वह खुद ऑटो चलाने लगीं. तारा ऑटो चलाते हुए अपने बच्चे का भी पूरा ध्यान रखती हैं. वह अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अपने पति की पूरी मदद कर रही हैं. इस मां को हर कोई सलाम कर रहा है.