कैसे एक साधारण परिवार की बेटी बनी IAS अधिकारी, जानिए अंकिता चौधरी की सफलता की कहानी

यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए अभ्यर्थी कड़ी मेहनत करते हैं. लेकिन हर कोई इस परीक्षा में सफल नहीं हो पाता. यूपीएससी परीक्षा में एक बार फेल होने के बाद बहुत से अभ्यर्थी उम्मीद ही छोड़ देते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो एक बार फेल होने के बाद दोबारा कोशिश करते हैं और सफल होने तक कोशिश करते रहते हैं.

ऐसी कहानी है हरियाणा के छोटे से कस्बे की अंकिता चौधरी की, जिन्होंने इंटरमीडिएट के बाद ग्रेजुएशन किया. ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में बैठने का मन बना लिया था. उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन किया. पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान वह यूपीएससी की तैयारी भी करती रही.

जब अंकिता ने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी तो वे उसमें पास नहीं हो पाई. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और वह दोबारा से तैयारियों में जुट गईं. लेकिन जब वह दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा में बैठीं तो उन्होंने 14वीं रैंक हासिल की और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिया.

अंकिता कहती हैं कि यूपीएससी में अगर एक बार असफल हो जाएं तो घबराएं नहीं, बल्कि और बेहतर तैयारी करें और फिर से परीक्षा दे. जब तक लक्ष्य ना मिल जाए तब तक उम्मीद ना छोड़े. लगातार कोशिश करते रहे, सफलता जरूर मिलेगी.

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