एक बेटे ने अपने मृत पिता की याद में उनका ऐसा स्टैच्यू बनवा लिया है जिसकी वजह से अब किसी को भी उनकी कभी महसूस नहीं होती है. यह मामला महाराष्ट्र के सांगली से सामने आया है. सांगली के रहने वाले अरुण कोरे के पिता की मृत्यु पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान हो गई थी.
अरुण के पिता का नाम रावसाहेब शामराव कोरे था, जो इंस्पेक्टर थे. लेकिन कोरोना की वजह से उनकी मृत्यु हो गई तो अब बेटे ने अपने पिता का सिलिकॉन का स्टैच्यू बनवा लिया. यह स्टैच्यू सोफे पर बैठी हुई मुद्रा में है, जिसे देखकर किसी को भी यह पता नहीं चलेगा कि यह प्रतिमा है या कोई जीवित व्यक्ति है.
अरुण ने बताया कि उन्होंने एक यूट्यूब वीडियो पर एक व्यक्ति के बारे में देखा था जिसने अपनी पत्नी के निधन के बाद उसका स्टैच्यू बनवाया था, तभी उन्होंने अपने पिता का स्टैच्यू बनवाने का भी निर्णय कर लिया. 2 महीने के भीतर उनके पिता का स्टैच्यू बनकर तैयार हो गया. जब अरुण ने स्टैच्यू देखा तो वह भी हैरान रह गए. स्टैच्यू इतना असली लग रहा था कि उन्हें अपने पिता की कमी महसूस नहीं होती.
स्टैच्यू बनवाने में अरुण ने 15 लाख रुपए खर्च कर दिए. यह स्टैच्यू 50 सालों तक सुरक्षित रहेगा. रावसाहेब की पत्नी ने कहा कि मेरे पति के निधन के बाद पूरा परिवार बहुत दुखी था. तब बेटे और दामाद ने फैसला किया कि उन्हें हमारे बीच होना चाहिए. इस वजह से हमने प्रतिमा बनवाने का निर्णय कर लिया.
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