दीपावली आने में अब कुछ ही दिन रह गए हैं और हर व्यक्ति अपने घर में मां लक्ष्मी के आगमन के लिए तैयारियों में लगे हुए हैं। साफ-सफाई की जा रही है, घरों में रंगाई-पुताई की जा रही है, घरों को तरह-तरह की चीजों से सजा रहे हैं। सुख समृद्धि और संपन्नता का प्रतीक माने जाने वाले इस त्यौहार को अगर वास्तु के अनुसार सजाएं तो मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसेगी। वास्तु के अनुसार कुछ ऐसे नियम और उपाय बताए गए हैं जिसका यदि हम उन नियमों का पालन दीपावली की सजावट में करते हैं तो हमें मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
वैसे तो दीपावली के त्यौहार मे दीया का विशेष स्थान होता है तरह-तरह के दीपक को को हम अपने घर में सजाते हैं, मिट्टी के दीए सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले दिए होते हैं इसके साथ ही लोग पीतल, तांबा, आर्टिफिशियल कैंडल का भी इस्तेमाल दिए के रूप में करते हैं, क्योंकि दीपावली के दिन घरों को दिए से सजाने का ही प्रचलन है और प्राचीन काल से यह प्रथा चली आ रही है।
आज इस आर्टिकल में हम आपको वास्तु शास्त्र के ऐसे ही कुछ नियम बताएंगे जिनका पालन करके यदि हम घर में दियो को सही दिशा में जलाते हैं तो हमको मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
जाने किस रंग के दियो को किस दिशा में जलाना होता है शुभ
■वास्तु शास्त्र के अनुसार दीपावली 5 दिन का त्यौहार होता है तो इन 5 दिनों में मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाये और दहलीज पर हल्दी और अक्षत का लेप करें और रौली से दोनों चौखट पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाये और मुख्य द्वार पर मिट्टी का दिया अवश्य जलाएं इससे घर में सुख समृद्धि आती है।
■बाजारों में विभिन्न-विभिन्न प्रकार के दिए होते हैं लेकिन मिट्टी का दिया सबसे शुभ होता है इसलिए यदि आप दिवाली में मिट्टी का दिया इस्तेमाल करते हैं तो यह बहुत ही शुभ होता है।
■घर की उत्तर दिशा में नीले रंग की मिट्टी का दिया जलाएं, पूर्व में हरे रंग और दक्षिण पूर्व में नारंगी का दीपक जलाएं, इसके अलावा दक्षिण में लाल रंग का दीपक जलाएं, दक्षिण पश्चिम में गुलाबी या ग्रे कलर का दीपक जलाएं, यह सब दिशाएं दिये को जलाने के लिए सबसे शुभ होती है।
■मिट्टी के दीपक और ऊजाओ के उत्कृष्ट भंडार होते हैं इसलिए पारंपरिक रूप से इनका बहुत महत्वपूर्ण स्थान है इसलिए प्रवेश द्वार पर मिट्टी का दिया जलाएं लेकिन ध्यान रखें कि वह दिया पूरी रात जले तो यह ज्यादा शुभ होता है।
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