जानिए IPS अधिकारियों की ट्रेनिंग कैसे होती है

यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थी IPS के पद पर पहुंचने से पहले कड़ी ट्रेनिंग से गुजरता है. इस दौरान अभ्यर्थियों को कई तरह की चीजें सिखाई जाती हैं. यह ट्रेनिंग बहुत ही ज्यादा मुश्किल होती है, जिसके बारे में आज हम आपको विस्तार से बताएंगे. सबसे पहले ट्रेनिंग अकादमी में होती है, फिर फील्ड में और फिर से अकादमी में ट्रेनिंग दी जाती है.

LBSNAA- पहला चरण
फाउंडेशन कोर्स के तहत नए भर्ती हुए अफसरों को अपेक्षित कौशल ज्ञान और व्यवहार के बारे में सिखाया जाता है. उन्हें सिखाया जाता है कि कैसे सार्वजनिक सेवाओं के बीच समन्वय स्थापित करना है. केवल आईएएस अधिकारी फाउंडेशन कोर्स के बाद अकादमी ने अपने पेशेवर प्रशिक्षण को जारी रखते हैं. जबकि अन्य सेवा के अधिकारी संबंधित स्टाफ कॉलेजों में चले जाते हैं.

आईपीएस अधिकारी प्रशिक्षुओं को पेशेवर पुलिस अधिकारियों में बदलने का कार्य सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में होता है. आईपीएस अधिकारियों का पहले चरण का प्रशिक्षण हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में होता है और फिर दूसरे चरण में उन्हें कैडर के एक जिले में निश्चित समय तक प्रशिक्षण दिया जाता है.

दूसरे चरण का प्रशिक्षण सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में होता है, जिसे बेसिक ट्रेनिंग कोर्स कहा जाता है, जो लगभग 11 महीनों का होता है. बेसिक ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षुओं को पुलिस ड्यूटी के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करना सिखाया जाता है. उन्हें हर तरह की स्थितियों को संभालने के लिए सक्षम बनाया जाता है.

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को हर स्तर की चुनौती के लिए तैयार करना होता है. साथ ही उन्हें जिम्मेदारियों का प्रभावी तरीके से निर्वहन करने के लिए आवश्यक कौशल और व्यवहार के लिए भी सक्षम बनाया जाता है.

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