दीवाली के दिन लक्ष्मी पूजा में जरूर रखे पानी मे पाये जाने वाले ये 6 चीजें, मिलेगी कृपा

दिवाली के त्यौहार की तैयारियां शुरू हो चुकी है। दिवाली का त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इस वर्ष 4 नवंबर को शुभ मुहूर्त में हर घर में मां लक्ष्मी की पूजा होगी। दिवाली भारत में सबसे धूमधाम से मनाया जाने वाला त्यौहार है। इसे रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। देश के कोने-कोने में दीपावली का त्यौहार बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिवाली 5 दिनों वाला पर्व होता है। दिवाली का त्यौहार इन 5 दिनों में तीसरे दिन मनाया जाता है। दीपावली के दिन महालक्ष्मी की पूजा अर्चना करने का दिन है। सभी लोग अपने घर में पूरे विधि विधान के साथ महालक्ष्मी की पूजा अर्चना करते हैं और उन्हें खुश करने की कोशिश करते हैं और अपना मनवांछित फल प्राप्त करना चाहते हैं। ऐसे में लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं ताकि उन्हें मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त हो और उनके घर की मुसीबतें दूर हो साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से भी कोई परेशानियां ना हो और इस वजह से तरह-तरह की पूजा, उपाय, घर में टोटके किए जाते हैं।

ऐसे में हम आपको आज बताने वाले हैं कि दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के करते समय जल में पाए जाने वाले कुछ ऐसी चीज है जिनको यदि आप अपने पूजा स्थल पर रखते हैं और अपनी पूजा में शामिल करते हैं तो आपको मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जल का संबंध चंद्रमा से होता है चंद्रमा की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी और माँ लक्ष्मी भी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थी, इसलिए दीपावली की रात को बाहर लक्ष्मी की पूजा में जल में पाए जाने वाली 6 चीजों को यदि आप शामिल करते हैं तो आपको माँ लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपको धन से जुड़ी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। यह है वह जल में पाई जाने वाली चीजें जिन्हें अवश्य करें पूजा में शामिल

दक्षिणावर्ती शंख को अवश्य करें शामिल
जैसा कि हम सभी जानते हैं मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों को ही शंख बहुत अधिक प्रिय होता है। हमारे पूजा-पाठ में अवश्य ही शंख का इस्तेमाल होता है। किसी भी धार्मिक आयोजनों में शंख बजाना बहुत ही शुभ माना जाता है। पूजा में शंख बजाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आपकी पूजा सफल भी होती है शंख दुख और दरिद्रता को दूर करता है इसलिए इसे पूजा में अवश्य शामिल करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि शंख माता लक्ष्मी का भाई है,, दोनों ही समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुए थे। वहीं अगर आपके पास दक्षिणावर्ती शंख है तो यह बहुत ही उत्तम होता है ऐसा माना जाता है कि जहां पर दक्षिणावर्ती शंख होता है वहां पर महालक्ष्मी सदैव निवास करती है। यदि आपके पास दक्षिणावर्ती शंख नहीं है तो आप कोई दूसरा शंख भी पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन याद रखें कि इस दिवाली शंख को अपनी पूजा में अवश्य शामिल करें।

मां लक्ष्मी को अति प्रिय है गोमती चक्र
गोमती नदी में शिपि जैसी एक सफेद चीज होती है जिस पर चक्र बना होता है उसे गोमती चक्र कहा जाता है। गोमती चक्र का इस्तेमाल धार्मिक और तांत्रिक कार्यों में अवश्य ही किया जाता है ऐसा माना जाता है कि इस पर अंकित चक्र भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र होता है जो नकारात्मक शक्तियों का नाश करता है और सकारात्मकता का प्रवाह करता है इसलिए देवी लक्ष्मी की पूजा में गोमती चक्र का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। ऐसे में दिवाली में 11 गोमती चक्र देवी के पूजा में अवश्य चालू करें बाद में इसे लाल वस्त्र में लपेटकर तिजोरी में रखें इससे आपके घर में बरकत आएगी और धन का आगमन बढ़ेगा और पैसे टीकेंगे इसलिए इन चीजों का इस्तेमाल अवश्य करें दिवाली की पूजा में।

मां लक्ष्मी की पूजा में कमल के फूल का करें उपयोग
हम सभी जानते हैं कि महालक्ष्मी को कमल का फूल कितना ज्यादा पसंद होता है अक्सर आपने मां लक्ष्मी की तस्वीर वे उन्हें कमल के फूल में विराजमान देखा होगा। इसीलिए यदि आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं और अपने जीवन से मुसीबतों को दूर करना चाहते हैं तो दिवाली की पूजा में अवश्य ही कमल फूल को माता लक्ष्मी को अर्पित करें। कमल के फूल को सुख और समृधि का प्रतीक माना जाता है यही एक ऐसा फूल है जिसका संबंध देवी देवताओं से है माता लक्ष्मी को कमल फूल अर्पित करने से आर्थिक पक्ष मजबूत होता है इसलिए इस दिवाली अवश्य ही कमल के फूल का इस्तेमाल करें।

समुद्र का जल अवश्य रखें
ऐसा माना जाता है कि समुद्र मंथन के द्वारा महालक्ष्मी प्रकट हुई थी। समुद्र से ही माता की उत्पत्ति हुई है इस वजह से समुद्र को देवी लक्ष्मी के पिता का रूप माना जाता है इसलिए पूजा के समय कलश में समुद्र का जल भरकर रखें और पूजा के बाद इस जल से घर में छिड़काव करें इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।

मोती को भी पूजा में शामिल करें
दीपावली के त्यौहार में महालक्ष्मी की पूजा की जाती है ऐसे में यदि आप मोती को अपनी पूजा में शामिल करें और दूसरे दिन इसी मोती को खुद ही धारण कर लें इससे आपको बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा। मोती धारण करने से ना केवल आपको धन-धान्य की पूर्ति होती है बल्कि आपको मानसिक रूप से भी सशक्त बनाती है मोती चंद्रमा का प्रतिक होता है और मोती भी समुद्र से प्राप्त होती है इसलिए माता लक्ष्मी की प्रिय होती हैं सफेद मोती धारण करने से माता लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है।

सिंघाड़े का भोग अवश्य लगाएं
माता लक्ष्मी के पसंदीदा फलों में है एक सिंघाड़ा जो जल में प्राप्त होता है इस फल को जल से उत्पत्ति होने के कारण महालक्ष्मी कोयला बेहद ही प्रिय है इसलिए दिवाली की पूजा में सिंघाड़े को अवश्य ही शामिल करें और मां को अर्पित करें। मौसमी फल होने के कारण यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है ऐसा माना जाता है कि यह प्रसाद माता लक्ष्मी बहुत ही प्रसन्नता से स्वीकार करती है दिवाली पर मां लक्ष्मी का आदि चीजों के साथ सिंघाड़ा का भी भोग लगाया जाए तो हर तरह के संकटों से आप को छुटकारा मिलेगा।

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