बहुत हानि पहुचाते है कुंडली के ये 5 दोष, शुरू हो जाता है बुरा समय, जाने बचने के उपाय

हमारी कुंडली में उपस्थित कुंडली दोष की वजह से ही हमारे जीवन पर बहुत बड़ा असर डालते हैं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया जाता है कि हमारे जीवन में परेशानियों की वजह हमारे कुंडली में उपस्थित कुंडली दोषों की वजह से होते हैं। विभिन्न प्रकार के कुंडली दोष होते हैं जो हमारे जीवन में बहुत बुरा प्रभाव डालते हैं, कुछ दोष तो इतने ज्यादा खतरनाक होते हैं कि इनकी वजह से हमारे जीवन में दुख ही दुख आ जाता है। ऐसे में हमें इनके बारे में जानकारी नहीं होती है लेकिन ज्योतिष में ऐसे पांच खतरनाक दोषो को बताया गया है जिससे व्यक्ति की कुंडली में अशुभ ग्रह किसी शुभ ग्रह के साथ संयोजन करता है तो ऐसी स्थिति में कुंडली दोष उत्पन्न होता है। इन दोनों की वजह से व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह की परेशानी होती है यह दोष आर्थिक स्थिति, रिश्ते में दीक्कत, बीमारियों के अलावा समाज में मान सम्मान प्रतिष्ठा की हानि जैसे कई स्थाई प्रभाव प्रभाव डालते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ विशेष उपाय करके हम इन कुंडली दोषों से मुक्ति पा सकते हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि वे कौन से कुंडली दोष है जो बहुत गहरा प्रभाव डालते हैं साथ ही उनसे बचने के लिए कुछ उपाय।

सबसे नुकसानदेह है यह पांच कुंडली दोष

पितृदोष और उससे बचने के उपाय
सभी दोषो में पित्र दोष सबसे बड़ा दोष माना जाता है यह दोष की वजह से इंसान का जीवन बहुत दुखी हो जाता है उसे किसी भी प्रकार की सफलता प्राप्त नहीं होती है। जो व्यक्ति हर साल पितृपक्ष में पितरों के श्राद्ध और तर्पण नहीं करते हैं क्षाध कर्म में भाग नहीं लेते हैं अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ और दान दक्षिणा नहीं करते हैं ऐसे लोगों की कुंडली में पित्र दोष उत्पन्न हो जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सबसे ज्यादा उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है और घर में सुख शांति का वातावरण कभी स्थापित नहीं हो पाता है।

निवारण के उपाय
पित्र दोष में यदि आप मुक्ति पाना चाहते हैं तो आप रोजाना गाय और पक्षियों को खाना खिलाये, अमावस्या के दिन सफेद गाय को हरी घास चारे में खिलाफ पूरे विधि विधान के साथ पित्र दोष का निवारण पूजा करें साथ ही साथ अपने पूर्वजों की सुख शांति के लिए दान भी करें साथ ही तर्पण भी पूरे विधि विधान के साथ करें।

मंगल दोष और इससे बचने के उपाय
मंगल दोष की वजह से वैवाहिक जीवन में क्लेश हो जाता है सुखद जीवन पाने के लिए आप की कुंडली में मंगल दोष को ख़त्म होना बहुत जरूरी होता है। यदि किसी एक की कुंडली में मंगल दोष है तो विवाह के बाद रिश्ते में प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलता है लेकिन कभी भी उन दोनों की कुंडली में मंगल दोष नहीं होना चाहिए जब भी कुंडली के प्रथम चतुर्थ, सप्तम, अष्टम व द्वादश भाव में मंगल होता है तब मांगलिक दोष उत्पन्न होता है ऐसे में शादी के संबंधी बहुत सारी परेशानियां जीवन में आती है इसलिए मंगल दोष को दूर करना बहुत आवश्यक होता है। इस उपाय से करें मंगल दोष दूर मंगल ग्रह के लिए अग्नि अनुष्ठान करें। मंगलवार के दिन मंदिर में मां दुर्गा की पूजा करो और दीप आवश्यक जय हनुमान चालीसा का पाठ भी अवश्य करें विधि विधान के साथ मांगलिक दोष निवारण का पूजा अवश्य कराएं तभी यह दोष खत्म होगा।

गुरु चांडाल दोष और इससे बचने के उपाय
जिन लोगों की कुंडली में यह दोष होता है उन्हें बहुत से मुसीबतों का सामना करना पड़ता है यह दोष होने से व्यक्ति को पाचन तंत्र, लीवर की समस्या और गंभीर रोगों की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति फिजूलखर्ची में यकीन रखते हैं और भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचते हैं कुंडली में बृहस्पति और राहु के एक साथ आ जाने की वजह से यह दोष उत्पन्न होता है। इस दोष की वजह से इंसान के जीवन में हमेशा नुकसान ही नुकसान होता है।

इस तरह दूर करें गुरु चांडाल दोष
इस दोष को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन गायों को और जरूरतमंद लोगों को चना व गुड़ का दान करें। भगवान विष्णु की उपासना करें प्रत्येक गुरुवार को बृहस्पति ग्रह की पूजा करें साथ ही साथ गायत्री मंत्र का जाप करें और इस दोष के निवारण के पूजा ब्राह्मण से करवाएं।

कालसर्प दोष और इससे बचने के उपाय
यह दोष राहु और केतु के एक साथ आने की वजह से होता है अपनी कुंडली में कालसर्प दोष का नाम सुनते ही लोग बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं इस दोष की वजह से जीवन में बहुत ज्यादा संघर्ष में ही बीतता है और हर मौके पर उन्हें असफलता ही प्राप्त होती है। इसलिए इसे दूर करना बहुत आवश्यक है

कालसर्प दोष को इस तरह करें दूर
यदि आप कालसर्प दोष को दूर करना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन सांपों को दूध पिलायें मां दुर्गा और भगवान गणेश की भी पूजा अर्चना करें मंगलवार को दे राहु और केतु के लिए अग्नि अनुष्ठान करें साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें।

केंद्राधिपति दोष और इससे बचने के उपाय
इस दोस्त का प्रभाव व्यक्ति के कहने से जुड़ी परेशानियां होती है उसे पढ़ाई और बिजनेस में भी दिक्कतें आती है जिससे उसकी परिवारिक जीवन हमेशा परेशानियों में ही गिरा रहता है जब भी शुभ ग्रह यानि बृहस्पति बुध शुक्र और चंद्रमा की राशि केंद्र में होती है तो यह दोष उत्पन्न हो जाता है।

इस दोष से पाएं छुटकारा इन उपायों से
रोजाना 21 बार ओम नमो नारायण का जाप करें मंदिर प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करें दिन में 11 बार ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय का जाप अवश्य करें।

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