भाई दूज के दिन तिलक करते समय इस दिशा में रखे भाई का मुंह, बहने इन बातों का रखे विशेष ध्यान

रक्षाबंधन की तरह ही भाई दूज का त्यौहार भी हर भाई बहन के लिए बेहद ही खास पर्व होता है, हर साल दिवाली के 2 दिन बाद भाई दूज का पर्व मनाया जाता है इस वर्ष भाई दूज का त्योहार 6 नवंबर को मनाया जाएगा भाई दूज के दिन बहन अपने भाई की लंबी उम्र के लिए भगवान से प्रार्थना करती है हर वर्ष यह त्यौहार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक करके उनकी लंबी आयु और सुख समृद्धि की कामना करती है भाई दूज को भैया दूज, भाई टीका यम द्वितीया, भतृद्वितीय, के नामों से भी जाना जाता है।

ऐसी मान्यता है कि भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई का तिलक कर उन्हें मनपसंद मिठाई खिलाती है, ऐसा करने से जीवन भर यम का भय नहीं सताता है और उन भाई बहनों को कभी अकाल मृत्यु नहीं होती है पौराणिक मान्यता के अनुसार भाई दूज के दिन भाई को तिलक लगाने से भाई के उम्र के साथ-साथ सुख संपन्नता का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।

भाई दूज क्यों मनाया जाता है
पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य देव की संतान यम और यमी थे। जो भाई-बहन थे यमुना अपने भाई यमराज से स्नेह वर्ष निवेदन करती थी कि वे उसके घर आकर भोजन करें लेकिन यमराज व्यस्त होने के कारण यमुना की बात को टाल जाते थे। कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना अपने द्वार पर अचानक यमराज को खड़ा देखकर हर्ष विभोर हो गई। प्रसन्न चित्त होकर भाई का स्वागत करने लगी तथा भोजन करवाया एवं उनको अनगिनत बार तंग करने के बाद आखिरकार यामी ने अपनी मनोकामना पूर्ण कर ली, उसके भाई ने आखिरकार उसकी मांगे मान ली और उससे मिलने आया दोपहर के भोजन के बाद उन्होंने उनके माथे पर तिलक लगाया और उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना कि, ऐसा स्नेह और प्रेम प्राप्त होने पर यमराज ने अपनी बहन से वरदान मांगने को कहा उसने उत्तर दिया कि वह बस यही चाहती है कि वह हर साल उसके पास आए, वह कभी भी मृत्यु के देवता यमराज से नहीं डरें तथा इस दिन जो बहन अपने भाई को टीका करके भोजन खिलाएगी उसकी आप सभी मनोकामना पूर्ण करेंगे, बहन की प्यारी इच्छा सुनकर यमराज बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने अपनी बहन को आशीर्वाद दिया और उसकी इच्छा पूरी की। इस तरह इस दिन भाई को तिलक लगाकर प्रेम पूर्वक भोजन कराने से परस्पर प्रेम तो बढ़ता ही है भाई की उम्र भी लंबी होती है।

भूलकर भी ना करें इन गलतियों को
■भाई दूज के दिन भाई बहन को किसी भी मुद्दे पर आपस में बहस से झगड़ा नहीं करना चाहिए।
■भाई को तिलक लगाते समय बहन ने भूलकर भी काला वस्त्र धारण ना करें
■भाई दूज के दिन भाई बहन को भूलकर भी एक दूसरे से झूठ नहीं बोलना चाहिए।
■इस दिन बहन को भाई के द्वारा मिले उपहार का निरादर नहीं करना चाहिए।
■भाई दूज के दिन बहनों को तिलक करने से पहले कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए।

तिलक करते समय रखें इस बात का ध्यान
भाई दूज के दिन बहन अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक तो करती है लेकिन तिलक करते समय भाई का मुंह किस दिशा में होगा इस बात का ज्ञान नहीं होता है, लेकिन तिलक करते समय भाई का मुंह उत्तर या उत्तर पश्चिम में से किसी एक दिशा की ओर होना चाहिए बहन का मुख उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए साथ ही ऐसा भी कहते कि भाइयों की तिलक करने से पहले बहनों को कुछ खाना पीना नहीं चाहिए।

इस तरह करे भाई का तिलक
भाई दूज के दिन अपने भाई की पूजा करने से पहले आटा के गोबर से चौक बना ले इस चौक पर ही भाई को बैठाए और भाई के माथे पर तिलक लगाने के बाद हाथ में कलवा बांधे इसके बाद दीपक जाकर आरती उतारे और उसकी लंबी उम्र की कामना करें।

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