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धर्म संसार

हनुमान जी की साधना करते वक्त इन बातों का रखे विशेष ध्यान, तभी मिलेगा पूजा का फल

भगवान शिव के 11 रुद्र अवतार में से एक है हनुमान जी और इनका जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन माना जाता है। हमारे शास्त्रों के अनुसार बताया जाता है कि कलयुग के समय में देवताओं में हनुमान जी ही इस पृथ्वी पर उपस्थित है, इस वजह से कलयुग में यदि हनुमान जी की साधना करके हम उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो यह हमें तुरंत ही उनका आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है। हनुमान जी को संकट मोचन भी कहा जाता है अर्थात हनुमान जी की पूजा करने से संकट दूर होते हैं।

हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मंगलवार और शनिवार बहुत अच्छे दिन माने जाते हैं इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती से भी निजात पाने के लिए शनिवार के दिन यदि आप हनुमान जी को चोला चढ़ाते हैं तो यह आपको बहुत शुभ होता है, ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की पूजा सबसे जल्दी मनोकामना को पूर्ण करती है लेकिन हनुमान जी की पूजा करते समय किन नियमों का पालन करना बहुत आवश्यक होता है तभी हमें इन का लाभ प्राप्त होता है। ऐसे में हमें ज्ञान नहीं होता है इन नियमों के बारे में, तो आज हम इस आर्टिकल में आपको ऐसे ही नियमों के बारे में बताएंगे जिन को जानना आपके लिए लाभदायी होगा।

अवश्य याद रखें इन नियमों को
■भगवान हनुमान की विधि विधान पूजा के लिए सुबह स्नान के पश्चात हनुमान जी की मूर्तियां प्रतिमा को गंगाजल से पवित्र करना चाहिए।

■हनुमान जी की पूजा करने के लिए सुबह का समय या फिर संध्या का समय सर्वश्रेष्ट होता है।

■हनुमान जी की पूजा में हमेशा लाल रंग के फूल का इस्तेमाल करना चाहिए ऐसा माना जाता है कि उन्हें लाल रंग के फूल अति प्रिय है।

■हनुमान जी की पूजा करते समय उनके सामने घी का दीपक जलाएं और इसके बाद उनकी आरती करें और इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें।

■हनुमान जी को भोग लगाएं इसके लिए आप बूंदी के लड्डू, मगज के लड्डू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

■हनुमान जी की पूजा करते समय साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा कमरे में भी साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसके साथ ही स्वच्छ हाथों से ही पूजा के सामानों को हाथ लगाना चाहिए।

■हनुमान जी की साधना करते समय ब्रम्हचर्य का पालन अवश्य करना चाहिए तभी आपको पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

■ऐसा मान्यता है कि महिलाओं को स्वयं हनुमान जी को चोला अर्पित नहीं करना चाहिए किसी पुरुष का पुजारी से यह कार्य करवाना चाहिए।

■मंगलवार का दिन या शनिवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित है इसलिए इस दिन भूलकर भी मांस मदिरा या तामसिक गुणों वाली चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए।

■हनुमान जी की पूजा करते समय उनको चरणामृत से स्नान नहीं कराना चाहिए क्योंकि उनकी पूजा में चरणामृत चढ़ाना का विधान नहीं है और इसे शास्त्र में गलत बताया है।

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