हींग के बारे में तो आप जानते ही होंगे। हींग उन मसालों में से एक है जिसका उपयोग लगभग सभी घरों में किया जाता हैं। दाल और सब्जियों में तड़का लगाने से लेकर बिरयानी में भी हींग का प्रयोग किया जाता है। हींग की खुशबू हमारे जायके को और भी लजीज बना देती है।
हींग में फेरूलिक एसिड नामक फीटो केमिकल की अधिक मात्रा का होना हीग के औषधीय गुण का मुख्य कारण होता है। फेरूलिक एसिड में एंटी कैंसर , एंटी इंफ्लेमटरी , एंटी ट्यूमर , एंटी वायरल , एंटी बेक्टिरियल , एंटी स्पास्मोडिक , तथा एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है। हींग का उपयोग , मानसिक तनाव , डिप्रेशन , कोलेस्ट्रॉल , कफ , अस्थमा , अपच , गैस ,पेट फूलना ,मांसपेशी की ऐंठन , दर्द , अर्थराइटिस , मासिक धर्म की तकलीफ आदि में बहुत आराम देता है।
पाचन
हींग का उपयोग पुराने समय से पेट के रोगों के लिए किया जाता रहा है। इसके तत्व पेट के गैस , पेट के कीड़े , पेट फूलना आदि में लाभदायक होते है। पेटदर्द व गैस होने पर हींग , अजवायन , और काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी से लेने से तुरंत आराम मिलता है। छोटे बच्चों के पेट में दर्द होने पर गुनगुने पानी में हीग घोलकर नाभि के आसपास लगाने से पेट की गैस निकल जाती है और पेटदर्द ठीक हो जाता है। हींग , अजवाइन , छोटी हरड़ और सेंधा नमक चारों बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। दिन में तीन बार आधा चम्मच गर्म पानी से फंकी लेने से अपच ठीक होती है। भूख खुल जाती है। पेट का फूलना और भारीपन समाप्त साफ हो जाता है।
दांत दर्द
हींग में एंटी-ऑक्सीडेंट बहुत मात्रा में होते हैं जो दांत की समस्या को दूर करने में मदद करता है अगर आपके दांत दर्द हो रहे हैं तो दर्द वाले हिस्से में हींग लगाना चाहिए।
ठंड से राहत
ठंड के मौसम में हींग खाना फायदेमंद होता है इसमें मौजूद तत्व आपकी शरीर को अंदर से गर्मी पहुंचाते हैं जो कि आपको मौसमी बीमारी नहीं होने देता, इसको आप चाय में डालकर पी सकते हैं।
सांस की बीमारी से राहत दिलाता है
हींग में एंटीवायरल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि आपको सांस से जुड़ी परेशानियां जैसे अस्थमा गले में दर्द से राहत दिलाते हैं सर्दी जुखाम में भी अगर आपको सांस लेने में परेशानी होती है तो आपको एक चुटकी हींग खाना चाहिए।
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